.शिवपुरी के कोलारस में दोस्ती के रिश्ते को बदनाम करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक दोस्त ने जब उसके दो दोस्तों की चाेरी की करतूत उजागर कर दी तो दोनों ने उसकी हत्या कर दी।
यह है पूरा मामला
घटना 25 अप्रैल की है। शिवपुरी भड़ौता चक के रास्ते में पुलिया के पास एक युवक पेड़ पर लटका मिला था। उसकी पहचान निवासी भड़ौता चक निवासी 26 वर्षीय हरभजन बघेल पुत्र रामप्रसाद बघेल के रूप में हुई है। हरभजन के शरीर पर चोट के निशान हाेने के साथ थी गड्ढे में लटककर फांसी लगाना भी संदिग्ध लग रहा था। कोलारस पुलिस ने जांच शुरू की तो आरोपी तक पहुंची।
दोस्तों की शिकायत करना पड़ा मंहगा
हरभजन कोलारस नगर में स्थित किराने की दुकान पर काम करता था। हर रोज वह गांव से कोलारस जाता था। उसी दुकान पर मोहन गिरी निवकसू जेल रोड और वृन्दावन लोधी निवासी राजापुर भी काम करता था। दोनों से हरभजन की यारी हो गई थी। ये दोनों दुकान में सेंधमारी किया करते थे। हरभजन को जब यह बात पता चली तो उसने उन्हें रोका। वे नहीं माने तो हरभजन ने यह बात दुकान मालिक बंटी को बता दी। बंटी ने एक-एक कर दोनों को दुकान से बाहर कर दिया।
इसी बात से गुस्साए मोहन गिरी और वृन्दावन ने हरभजन को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। 25 अप्रैल की शाम हरभजन उन्हें अपने घर भड़ौता चक जाते हुए मिल गया। उनके कहने पर हरभजन उसके साथ शराब पार्टी करने बैठ गया। शराब पार्टी के बाद हरभजन के दोस्तों ने उसे लड़की से मिलवाने का लालच दिया और घटनास्थल पर लेकर पहुंच गए। उन्होंने उसे पीटा और रस्सी का फंदा डालकर भड़ौता चक मार्ग पर बनी पुलिया के पास खंती में सूखे पेड़ से लटका दिया। हरभजन का मोबाइल भी निकालकर अन्य स्थान पर कुएं में फेंक दिया गया।
नहीं मिल रहा था काम, हरभजन था जिम्मेदार
मोहनगिरी और वृंदावन लोधी ने बताया कि उन्हें दुकान के निकाले जाने के बाद कोई काम नहीं मिल रहा था। लोगों ने चोर की निगाह से देख रही थी रोजगार न मिलने से नाराज थे और इसका जिम्मेदार हरभजन को मान रही थी इसी बात से नाराज होकर दोनों ने मिलकर साजिश रच अपने दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। इस तरह कोलारस थाना पुलिस ने अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिसके बाद कोलारस थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
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