शिवपुरी बैराड़ क्षेत्र के मकलीझरा गांव में 150 से अधिक लाेग उल्टी-दस्त और बुखार से पीड़ित हैं। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो दिन गांव पहुंचकर 135 लोगों को चिह्नित कर इलाज किया। इनमें से 4 गंभीर लोगों को शिवपुरी भेजा गया है। इनमें से एक बुजुर्ग महिला की ग्वालियर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पोहरी एसडीएम का कहना है कि गांव में भंडारा हुआ था। भंडारे का खाना खाने से लोग बीमार हुए हैं। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि हैंडपंप का दूषित पानी पीने से लाेग बीमार हुए हैं।
बैराड़ तहसील के ग्राम मकलीझरा गांव की जाटव बस्ती में पिछले दाे-तीन दिन में ग्रामीणाें काे उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। एक-एक कई लोग बीमार हो गए तो स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को गांव पहुंची और 85 लोगों को चिह्नित कर इलाज किया।
3 लोगों को जिला अस्पताल रैफर किया गया जहां से 60 साल की महिला मथुरा जाटव को पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया, फिर गंभीर हालत के कारण उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया। ग्वालियर में गुरुवार को उनकी मौत हो गई। वहीं गुरुवार को भी स्वास्थ्य की टीम फिर गांव में पहुंची और 50 लोगों को चिह्नित कर इलाज किया।
एक गंभीर मरीज को शिवपुरी जिला अस्पताल भी भेजा। वहीं कुछ अन्य ग्रामीणों को पोहरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी भर्ती कराया गया है। जिला अस्पताल में अब धर्मेंद्र जाटव (20) पुत्र रामस्वरूप जाटव, कमलेश (30) पति दिनेश जाटव, जगराम(45) पुत्र हल्लू भर्ती हैं।
4 लोग रैफर किए, इनमें से एक महिला की मौत
^बैराड़ के मकलीझरा में ग्रामीणों के उल्टी-दस्त से पीड़ित होने की सूचना मिली थी। वहां टीम भेजकर ग्रामीणों का इलाज किया गया है। दो दिन में 135 लोगों को चिह्नित किया गया है। 4 लोगों को शिवपुरी रैफर किया था। इनमें से एक बुजुर्ग महिला की मौत ग्वालियर में हो गई है। ग्रामीण हैंडपंप के पानी को दूषित होना बता रहे हैं। गांव में कुछ दिन पूर्व भंडारा होने की सूचना भी मिली है। इसी के बाद ग्रामीण बीमार हुए हैं। -डॉ. पवन जैन, सीएमएचओ, शिवपुरी
गांव में कुछ दिन पहले हुआ था भंडारा
बताया गया है कि गांव में कुछ दिन पहले भंडारा हुआ था। भंडारे के बाद ही लोग बीमार हुए हैं। एसडीएम पोहरी का कहना है कि भंडारे का खाना खाने से लोग बीमार हो हुए हैं। हालांकि महिला की मौत काे लेकर उनका कहना है कि इसका कारण कुछ और रहा होगा। वहीं ग्रामीणों का दावा है कि गांव में जाटव बस्ती में लगे हैंडपंप के आसपास मल-मूत्र और गंदगी फैली हुई है। इस कारण हैंडपंप का पानी दूषित है और इसी पानी को पीने से लोग बीमार हुए हैं।
भंडारा खाने से बीमार हुए
मकलीझरा गांव में ग्रामीण दूषित पानी से नहीं, भंडारे में खाना खाने से बीमार हुए हैं। हमारी टीम लगी हुई है। 2 दिन से स्वास्थ शिविर गांव में जारी है। पीएचई अमला भी मौजूद है। महिला की मौत कोई दूसरे कारण से हुई है। -राजन वी नाडिया, एसडीएम, पोहरी
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