शिवपुरी शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में डॉक्टर द्वारा बरती गई लापरवाही को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया यही कारण है कि बार-बार चेतावनी के बाद भी जब उन्होंने गंभीरता नहीं दिखाई तो कलेक्टर ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव आयुक्त की ओर भेज दिया है। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर्स में करेरा ब्लॉक के पांच नरवर ब्लॉक के 2 डॉक्टर शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग में विकासखंड स्तर पर पदस्थ डाक्टरों द्वारा शासकीय कार्य में लापरवाही और विभागीय योजनाओं में कम उपलब्धि के चलते कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह नाराज नजर आए। जिले के सात डाक्टरों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई को ग्वालियर आयुक्त को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगी कल्याण की अनेक योजनाओं तथा कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है।
जिसमें दस्तक अभियान में बच्चों की स्क्रीनिंग, अनमोल पोर्टल पर गर्भवती पंजीयन, कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग प्रमुख है। जिनका मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा करने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा कलेक्टर शिवपुरी को निर्देशित किया।
जिस पर शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह द्वारा अपेक्षित प्रगति न होने से नाराजगी व्यक्त कर जिले के सात चिकित्सक डॉ देवेन्द्र खरे बीएमओ एवं सेक्टर मेडिकल आफिसर काली पहाड़ी नरवर, डॉ सुरेन्द्र कुशवाह सेक्टर मेडिकल आफिसर सुनारी, नरबर, डॉ कुलदीप जाटव सेक्टर मेडिकल आफिसर सीहोर, नरबर, डॉ संत कुमार शर्मा सेक्टर मेडिकल आफिसर आमोलपठा, करैरा, डॉ नीलेश श्रीवास्तव सेक्टर मेडिकल आफिसर सिरसौद, करैरा, डॉ अखिलेश शर्मा सेक्टर मेडिकल आफिसर बांसगढ़ करैरा, डॉ बीके रावत सेक्टर मेडिकल आफिसर दिनारा,करैरा के विरूद्ध सिविल सेवा वर्गीकरण अधिनियम 1966 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने ग्वालियर आयुक्त को पत्र लिखा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन द्वारा उक्त चिकित्सक पर पूर्व नोटिसों के माध्यम से कार्रवाई करने के साथ ही वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कार्य में सुघार करने ताकीद किया जा चुका था। पर कोई सुधार डॉक्टर्स की प्रवृति में नहीं आया इसलिए यह कार्रवाई हुई।
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