मध्य प्रदेश में इस वर्ष 2023 के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार आम आदमी पार्टी भी विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार के बाद कमलनाथ ने 20 मार्च 2020 को इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान बने। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थक 22 विधायकों के साथ इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे। मध्य प्रदेश विधानसभा में वर्तमान में भाजपा के 127 विधायक, कांग्रेस के 96 विधायक, 4 निर्दलीय विधायक, दो बसपा के और एक समाजवदी पार्टी का विधायक है। 230 विधानसभा सीटों वाली इस विधानसभा में 116 विधायक होना जरूरी है। मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं सहित जमीनी स्तर जनता से उनकी समस्याओं को लेकर बात करना शुरू कर दी है।
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