News >अधिकारियों ने खड़े होकर चलवा दिया पीएम आवास पर बुलडोजर, जिला पंचायत दफ्तर सहित कलेक्टर से शिकायत
>हाथ में पीएम आवास के दस्तावेज लिए गिड़गिड़ाता रहा पीड़ित
> 1.25 करोड़ रूपए बेशकीमती सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कहकर थपथपा ली थी अधिकारियों ने अपनी पीठ >
ऊर्जा मंत्री और प्रभारी मंत्री ने कही जांच की बात दे
देश में एक ओर सरकार अंत्योदय की योजना पर कार्य करते हुए गरीबों को पक्का मकान देने के लिए पीएम, सीएम से लेकर जनमन आवास की योजना चला रही हैं। लेकिन शिवपुरी जिले की इंदरगढ़ पंचायत में बना पीएम आवास को प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओं मुहीम के दौरान तोड़ दिया गया। बेघर हुए पीड़ित ने इसकी शिकायत जिला पंचायत कार्यालय और कलेक्ट्रेट पहुंचकर दर्ज कराई हैं। बता दें कि इस मामले को ऊर्जा मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी रखा गया था। उन्होंने भी इस मामले की जांच कराने की बात कही हैं।
>1.25 करोड़ रूपए कीमत की बहुमूल्य शासकीय भूमि से हटवाने की कहकर अधिकारियों ने थपथपाई थी पीठ -
उल्लेखनीय हैं कि दो रोज पूर्व प्रशासन ने सुभाषपुरा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे किए गए अतिक्रमण को हटवाया था। एसडीएम शिवपुरी उमेश कौरव के मुताबिक़ सरकारी जमीन पर बनी कुल रकवा 1.0950 हेक्टेयर जमीन पर शराब की दुकान, एक ढाबा, अवैध मकान एवं दुकान, छोटी टपरियां बनाकर किए गए अतिक्रमण को हटवाया गया था। जिसकी बाजार की कीमत लगभग 1.25 करोड़ रूपए बताई गई थी। लेकिन अधिकारियों ने इसी सरकारी जमीन पर बने एक पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए मकान को भी जमींदोज कर दिया था। जबकि पीड़ित अधिकारियों के सामने पीएम आवास को न तोड़ने की गुहार लगाता रहा था। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई।
> ये था पूरा मामला -
इंदरगढ़ पंचायत में साल 2023 में गांव की रहने वाली महिला सोमवती सोलंकी पत्नी रमेश सोलंकी के नाम पीएम आवास स्वीकृत हुआ था। सोमवती सोलंकी ने आवास की तीनों क़िस्त के 1 लाख 20 हजार रूपये और नरेगा 18 हजार रूपये प्राप्त कर आवास इंदरगढ़ की सरकारी जमीन पर बनवा लिया था। लेकिन इसके बाद सोमवती और उसके पति रमेश की मौत हो गई थी। बताया गया हैं कि सोमवती सोलंकी का बेटा महेंद्र सोलंकी एक दो दिन में पीएम आवास में रहने अपनी पत्नी चांदनी और बच्चों के साथ पहुंचने वाला था। लेकिन उसके पीएम आवास को अतिक्रमण की कार्यवाही के दौरान गिरा दिया गया।
>प्रमाणीकरण की कॉपी हाथों में लेकर गिड़गिड़ाता रहा पीड़ित -
बता दें कि शिवपुरी जनसम्पर्क से जारी सूचना के तहत प्रशासन ने इंदरगढ़ पंचायत में शासकीय भूमि सर्वे नम्बर 74/1/1 रकवा 0.7950, 79/3 रकवा, 0.3000 कुल रकवा 1.0950 हेक्टेयर पर से अतिक्रमण हटाया था। जबकि सरकारी जमीन पर पीएम आवास बनाने की स्वीकृति सोमवती सोलंकी ने पंचायत स्तर से ले रखी थी। सोमवती को इंदरगढ़ पंचायत स्तर से शासकीय भूमि सर्वे नम्बर 74/1 बनाने की अनुमति दी गई थी। उस वक्त बाकायदा प्रमाणीकरण और पंचनामा भी बनवा कर सोमवती को सौंपा गया था। बता दें कि वक्त प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओं कार्यवाही के तहत पीएम आवास को तोड़ा जा रहा था। उस वक्त मृत सोमवती सोलंकी के बेटे महेंद्र सोलंकी ने शासकीय भूमि सर्वे नम्बर 74/1 बनाने की अनुमति से जुड़े हुए प्रमाणीकरण के दस्तावेज और पंचनामा दिखाने का प्रयास किया था। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई।
कार्यवाही के दौरान रखा गया थाने में बंद -
मृतिका सोमवती सोलंकी के बेटे महेंद्र सोलंकी ने आरोप लगाते हुए बताया कि इंदरगढ़ की इस सरकारी जमीन पर एक रिटायर्ड डीएसपी की निगाह थी। इस जमीन पर उसके परिवार वालों का कब्ज़ा भी था। इसी के चलते साजिशन उसके पीएम आवास को जमीदोज कर दिया गया। महेंद्र सोलंकी ने बताया जिस वक्त अतिक्रमण हटाया जा रहा था। उस वक्त उसने आवास स्वीकृत और बनवाये जाने से संबंधित दस्तावेज दिखाने का प्रयास किया था। लेकिन उसे सुभाषपुरा थाना में बंद करवा दिया गया था।
इनका हैं कहना -
इस मामले में शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव का कहना हैं कि जिस स्थान पर सोमवती सोलंकी को आवास स्वीकृत हुआ था। वह स्थान आबादी क्षेत्र में था। लेकिन पीएम आवास को तय स्थान पर न बनाते हुए सरकारी जमीन में बना दिया गया था। इसी के चलते पीएम आवास अतिक्रमण की जद में आ गया था।
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