शिवपुरी जिले के पोहरी कस्बे से पशु क्रूरता और अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया हैं। यहां एक आयशर मिली ट्रक में एक बंदर के बच्चे को देखा गया था। बंदर के बच्चे को ड्राइवर द्वारा रस्सी से क्रुरतापूर्वक बांधा गया था। इसकी सूचना लगते ही पोहरी कस्बे के जागरूक युवाओं और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ बंदर के बच्चे को आजाद कराया बल्कि वन अमले को सूचना कर ड्राइवर पर कार्यवाही भी कराई।
जानकारी के मुताबिक़ रविवार की रात एक आयशर मिनी ट्रक किसी कर्मचारी का गृहस्थी का सामान छोड़ने पोहरी आया हुआ था। इसी दौरान मिनी ट्रक के केबिन में एक रस्सी से बंधे बंदर के बच्चे को देखा गया था। सूचना मिलते ही धर्मेंद्र शर्मा मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना धर्मेंद्र द्वारा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को दे दी थी। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मिनी ट्रक को घेरकर रस्सी से बंधे बंदर के बच्चे को आजाद कराया था।
बांकड़े की घाटी से पकड़ लाया था ड्राइवर -
पिछोर के रहने वाले मिनी ट्रक के ड्राइवर बाबू खान ने बताया कि वह बंदर के बच्चे को शिवपुरी के बांकड़े बाबा मंदिर की घाटी से उठा लाया था। उसका उद्देश्य बंदर के बच्चे को पालने का था। बंदर के बच्चे की उछलकूद के चलते उसने रस्सी से बांध दिया था। बता दें कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर सूचना देकर वन कर्मियों बुला लिया था। वन विभाग के द्वारा ड्राइवर बाबू खान के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई हैं।
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