एबीवीपी ने डीपीसी कार्यालय का किया घेराब
सरकारी किताबें बेचने वाले और सरकारी ड्रेँसे फेंकने वाले जिम्मेदारों पर कार्यवाही की रखी मांग
शिवपुरी के डीपीसी कार्यालय का आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने घेराब किया। इस दौरान कार्यालय में बैठकर जमकर नारेबाजी की गई। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि हाल ही शिक्षकों द्वारा सरकारी पुस्तकों को कबाड़ी को बेचने सहित ग्रामीणों को मुक्तिधाम में छात्रों को बटने बाली स्कूली ड्रैस के बंडल मिले थे। दोनों मामलों के वीडियो जमकर वायरल हुए लेकिन विभाग द्वारा लापरवाही बरतते हुए अपने किसी कर्मचारी पर कार्यवाही नहीं की हैं।
वीडियो हुए थे वायरल -
शिवपुरी जिले के खनियाधाना के पीएमश्री स्कूल से एक वीडियो वायरल हुआ था। उक्त वीडियो में स्कूल के प्राचार्य मनोज जैन और शिक्षक मनोज कोली रात के अँधेरे में स्कूल की रखी किताबों को एक कबाड़े वाले राकेश साहू को देते हुए नजर आये थे। हालांकि इस मामले में शिक्षकों ने किताबों की शिफ्टिंग की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया था। वहीँ हाल ही अमोला थाना क्षेत्र के सिरसौद गांव के मुक्तिधाम के पास स्कूली बच्चों को बटने बाली ड्रेसों के बंडल मिले थे। जिनके वीडियो ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए थे। जो ड्रेसें फेंकी गई थी। उन्हें बच्चों को बांटी जानी चाहिए थी लेकिन उन्हें मुक्तिधाम में फेंक दिया गया। इस मामले में विभाग ने जांच की बात कहते हुए फिलहाल पल्ला झाड़कर रखा हुआ हैं।
कार्यवाही नहीं हुई तो एबीवीपी करेगी आंदोलन -
एबीवीपी के नगर मंत्री विक्रम गुर्जर ने बताया कि खनियाधाना के पीएमश्री स्कूल की किताबें स्कूल के प्राचार्य व अन्य द्वारा चोरी छुपे रात के अँधेरे में बेची जा रहीं थी, जिसकी जाँच समिति बनायी गई, जाँच समिति ने अभी तक किसी पर भी कार्यवाही नहीं की और मामले को रफा दफ़ा कर दिया, ऐसे ही विगत दिन पहले सिरसोद के मुक्ति धाम पर सरकारी स्कूली ड्रेसों को फेंक दीं जो वंचित गरीब व पिछड़े छात्रों के लिए थी, इस प्रकार जिलेभर में वंचित छात्रों के संसाधनों का दुरुपयोग किया जा रहा हैं। आज एबीवीपी ने डीपीसी को एक ज्ञापन सौंप कर दोनों घटनाओं में संलिप्त लोगों पर कार्यवाही की मांग की हैं। ऐसे में कार्यवाही न होने पर एबीवीपी छात्रों के हित में चरणबद्ध आंदोलन करेगी, जिसकी ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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