शिवपुरी जिले के कोलारस कस्बे के रहने वाले 72 वर्षीय जगदीश सिंह कुशवाह, जो एक समय आरएमपी डॉक्टर के रूप में कार्य कर समाज की सेवा करते थे, आज अपने ही बेटे-बहू के व्यवहार से आहत होकर वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर हैं। उन्होंने मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
जगदीश सिंह ने बताया कि उन्होंने जीवन भर मेहनत कर एप्रोच रोड कोलारस पर प्लाट खरीदा और उस पर तीन मंजिला मकान बनवाया। बेटे अनिल को पैरों पर खड़ा करने के लिए उसी मकान में मेडिकल स्टोर खुलवाया। लेकिन वृद्धावस्था में वही बेटा और बहू शारदा उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे।
15 सितंबर 2023 को निकाला घर से -
शिकायत में जगदीश सिंह ने बताया कि 15 सितंबर 2023 की शाम उनके बेटे व बहू ने उनके साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया। इसके बाद से वे रिश्तेदारों के यहां इधर-उधर रहने को मजबूर रहे और अब एक वृद्धाश्रम में दिन काट रहे हैं। उनका कहना है कि बेटे ने उनकी चल-अचल संपत्ति के मूल दस्तावेज भी छीन लिए हैं।
एसडीएम कार्यालय में भी दिया आवेदन, नहीं हुई सुनवाई -
वरिष्ठ नागरिक जगदीश सिंह ने बताया कि उन्होंने सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 की धारा 21, 22, 23 के तहत एसडीएम कोलारस को एक साल पहले शिकायत दी थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब उन्होंने जनसुनवाई में कलेक्टर से निवेदन किया है कि उन्हें शीघ्र न्याय दिलाया जाए।
भरण-पोषण व निवास की उठाई मांग -
जगदीश सिंह ने मांग की है कि उन्हें उनकी संपत्ति वापस दिलाई जाए और बेटे-बहू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे उन्हें वृद्धावस्था में सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार मिल सके।
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