टीम के पहुंचने से पहले ही अधिकांश दुकानदार फरार, एक ने खोलने से किया इनकार
शिवपुरी जिले में डीएपी खाद की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। किसानों को 1350 रुपए में मिलने वाली खाद 1800 रुपए में ब्लैक में बेची जा रही है। ऐसी ही एक शिकायत पर शनिवार शाम कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव के निर्देश पर कृषि विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने कोलारस तहसील के खरई गांव में दबिश दी। कार्रवाई के दौरान एक दुकान सील की गई, जबकि अन्य दुकानदार ताले डालकर भाग निकले।
जानकारी के मुताबिक, गांव में खाद की कालाबाजारी की शिकायत मिलते ही एसडीएम ने नायब तहसीलदार शैलेन्द्र भार्गव और कृषि विभाग के एसडीओ पवन दुबे को जांच के निर्देश दिए। टीम जैसे ही खरई गांव पहुंची, पहले से सतर्क खाद माफिया अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए। गांव में करीब 6-7 खाद, बीज और दवा की दुकानें संचालित हैं, जो एकसाथ बंद पाई गईं।
टीम को "जय मां शिवशक्ति ट्रेडर्स" नामक दुकान खुली मिली, लेकिन जब अधिकारी दुकान पर पहुंचे, तो संचालक जयेंद्र धाकड़ ने तुरंत ताला लगाकर दुकान खोलने से इनकार कर दिया। अधिकारियों के बार-बार कहने पर भी वह टालमटोल करता रहा। कभी दुकान किसी और की बताई, तो कभी मेडिकल शॉप होने का बहाना बनाया। जब काफी देर बाद वह दुकान खोलने को तैयार हुआ, तब तक नायब तहसीलदार के निर्देश पर दुकान को सील कर दिया गया।
इस संबंध में कृषि विभाग के एसडीओ पवन दुबे ने बताया कि फिलहाल पंचनामा बनाकर दुकान सील की गई है। मामले की विस्तृत जांच कर आगे की कार्रवाई कोलारस एसडीएम द्वारा की जाएगी।
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