ग्रामीणों ने बताया कि चिटोरीकलां की आंगनवाड़ी से चिटोरीखुर्द जाने वाले मार्ग पर वन विभाग के पुराने मुनारे हैं। कुछ दबंग लोगों ने इस क्षेत्र की शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया है। वे इस जमीन पर खेती कर रहे हैं। स्थानीय बीट प्रभारी और वन विभाग के कुछ कर्मचारी इन दबंगों को संरक्षण दे रहे हैं।
अतिक्रमण करके खेती की जा रही
दबंगों ने मवेशियों के आने-जाने के रास्ते भी बंद कर दिए हैं। वन भूमि में स्थित पुराने तालाब की जमीन पर भी अतिक्रमण करके खेती की जा रही है। वन विभाग के कर्मचारी दबंगों से मिलीभगत कर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग की जांच टीम मौके का मुआयना करे। अवैध कब्जा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। खाली पड़ी वन भूमि पर पुराने सर्वे के अनुसार पौधरोपण और नर्सरी विकसित की जाए।
पंचनामे के अनुसार याह कब्जा एक सामूहिक समस्या बन चुकी है इससे बन विभाग की भूमि का नुकसान हो रहा है और ग्रामीणों का जीवंत प्रभावित हो रहा है
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