29 दिसंबर 2018
पवन भार्गव शिवपुरी
मध्यप्रदेश में मंत्रीमंडल गठन के बाद आज मंत्रियों को विभागों की जिम्मेदारी दे दी गई है।शपथ ग्रहण के बाद से मंत्रियों को विभागों के बटवारे को लेकर प्रदेश की राजधानी से लेकर देश की राजधानी तक चले हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद आज अंततःमंत्रियों को विभागों का वितरण कर दिया गया है।मंत्रियों को जो विभाग दिए गए हैं उन पर अगर गौर किया जाए तो इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपना दबदबा कायम करने में सफल रहे हैं वहीं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने विधायकों को इच्छा अनुसार मंत्रालय दिलबा पाने में असफल रहने की चर्चाऐं सामने आ रही है। मध्यप्रदेश में एकाएक दिग्विजय सिंह गुट का प्रभाव बढ़ने के बाद शुरू हुई खींचतान को देखते हुए राजनीति के जानकारों का मानना है कि प्रदेश में कमलनाथ सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नही कर पाएगी।यहां बतादें कि मध्यप्रदेश में पिछले 15 साल से सत्ता में बैठी भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए कांग्रेस ने गुना शिवपुरी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ को आगे कर चुनाव लड़ा था।इस चुनाव में कांग्रेस को जहां 114 सीटें मिली थीं वही भाजपा के खाते में 109 सीटें आईं थीं।मध्यप्रदेश में कांग्रेस की 114 सीटें आने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एकाएक सक्रिय हो गए थे।कांग्रेस ने जैसे ही बहुमत जुटाकर सरकार बनाने का दाबा पेश किया उसके बाद सबसे पहले मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए सांसद सिंधिया और कमलनाथ के बीच रस्साकसी का खेल चला और इस मामले का निराकरण दिल्ली दरबार में पहुँचकर हुआ।मुख्यमंत्री तय होने के बाद मंत्रिमंडल गठन और फिर मंत्रियों को विभाग वितरण का मामला भी दिल्ली दरबार में पहुँचकर ही सुलझ पाया है।माना जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस द्बारा सरकार बनाये जाने का दाबा पेश करने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की सक्रियता के कारण ऐसे हालात पैदा हो रहे है कि हर मामले के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के छत्रपों को दिल्ली तक की दौड़ लगाना पड़ रही है।
*मंत्रियों को हुआ विभागों का वितरण*
👉🏻मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन,जनसंपर्क,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी,विमानन,लोक सेवा प्रबंधन,अप्रवासी भारतीय विभाग,तकनीकी शिक्षा,कौशल विकास एवं रोजगार विभाग और अन्य विभाग जो किसी को आवंटित ना हो।
👉🏻विजयलक्ष्मी साधो को संस्कृति चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग
👉🏻सज्जन सिंह वर्मा को लोक निर्माण और पर्यावरण विभाग
👉🏻हुकुम सिंह कराड़ा को जल संसाधन विभाग
👉🏻डॉक्टर गोविंद सिंह को सहकारिता,संसदीय कार्य विभाग
👉🏻बाला बच्चन को गृह एवं जेल विभाग एवं मुख्यमंत्री से संबंध
👉🏻आरिफ अकील को भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण,सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग
👉🏻बृजेंद्र सिंह राठौर को वाणिज्य कर विभाग
👉🏻प्रदीप जयसवाल को खनिज साधन विभाग
👉🏻लाखन सिंह यादव को पशुपालन मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग
👉🏻तुलसी सिलावट को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग
👉🏻गोविंद सिंह राजपूत को राजस्व एवं परिवहन विभाग
👉🏻श्रीमती इमरती देवी को महिला एवं बाल विकास विभाग
👉🏻ओंकार सिंह मरकाम को जनजातीय कार्य विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग
👉🏻प्रभुराम चौधरी को स्कूल शिक्षा विभाग
👉🏻प्रियव्रत सिंह को ऊर्जा विभाग
👉🏻सुखदेव पांसे को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग
👉🏻उमंग सिंघार को वन विभाग
👉🏻हर्ष यादव को कुटीर एवं ग्राम उद्योग,नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग
👉🏻जयवर्धन सिंह को नगरीय विकास एवं आवास विभाग
👉🏻जीतू पटवारी को खेल एवं युवा कल्याण,उच्च शिक्षा विभाग…
👉🏻कमलेश्वर पटेल को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग
👉🏻लखन घनघोरिया को सामाजिक न्याय एवं निशक्त जन कल्याण,अनुसूचित जाति कल्याण विभाग
👉🏻महेंद्र सिंह सिसोदिया को श्रम विभाग
👉🏻पीसी शर्मा को विधि एवं विधाई कार्य विभाग एवं मुख्यमंत्री से संबंध
👉🏻प्रद्युमन सिंह तोमर को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
👉🏻सचिन यादव को किसान कल्याण तथा कृषि विकास उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग
👉🏻सुरेंद्र सिंह हनी बघेल को नर्मदा घाटी विकास विभाग एवं पर्यटन विभाग
👉🏻तरुण भनोट को वित्त एवं योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग।
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