न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली/चेन्नई Updated Mon,

फैनी तूफान (सांकेतिक)
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘फैनी’ अगले 12 घंटों में खतरनाक तूफान में तब्दील हो सकता है। लिहाजा मौसम विभाग ने केरल समेत सभी दक्षिण भारतीय राज्यों से एहतियात बरतने को कहा है। भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने रविवार को कहा कि फिलहाल ‘फैनी’ श्रीलंका के त्रिनकोमाली के 745 किलोमीटर दक्षिण पूर्व, तमिलनाडु के चेन्नई के 1050 किलोमीटर दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम शहर के 1230 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है। अगले 24 घंटे में इसके ‘बेहद खतरनाक’ होने की आशंका है।
विभाग के मुताबिक, केरल के कई इलाकों में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश होने का अनुमान है। ऐसे में राज्य को अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि तमिलनाडु में इस दौरान इसका ज्यादा असर नहीं दिखेगा, लेकिन राज्य के उत्तरी इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इससे पहले यह अनुमान था कि चेन्नई समेत उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है।
विभाग ने 28 अप्रैल की शाम से केरल तट के पास 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए विभाग ने श्रीलंका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। विभाग के मुताबिक, पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश में तट पर और उसके पास समुद्र में स्थिति बेहद प्रतिकूल हो सकती है।
तमिलनाडु में फिलहाल खतरा टला
चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि फिलहाल तमिलनाडु में तूफान का खतरा टल गया है। केंद्र के निदेशक एस बालचंद्रन ने कहा कि ‘फैनी’ के तमिलनाडु के तट पार करने की कोई संभावना नहीं है। रविवार से तमिलनाडु, पुडुचेरी तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी और उसके आसपास 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
तटीय इलाकों में मुश्किल
विभाग के मुताबिक, 29 अप्रैल से 1 मई तक पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में समुद्र की स्थिति अशांत से बेहद अशांत हो सकती है। इसी तरह 1 से 3 मई तक उत्तरी आंध्र प्रदेश समेत ओडिशा के तटीय इलाकों में भी समुद्र की स्थिति यही रहने का अंदेशा है।
विभाग ने 28 अप्रैल की शाम से केरल तट के पास 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए विभाग ने श्रीलंका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। विभाग के मुताबिक, पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश में तट पर और उसके पास समुद्र में स्थिति बेहद प्रतिकूल हो सकती है।
तमिलनाडु में फिलहाल खतरा टला
चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि फिलहाल तमिलनाडु में तूफान का खतरा टल गया है। केंद्र के निदेशक एस बालचंद्रन ने कहा कि ‘फैनी’ के तमिलनाडु के तट पार करने की कोई संभावना नहीं है। रविवार से तमिलनाडु, पुडुचेरी तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी और उसके आसपास 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
तटीय इलाकों में मुश्किल
विभाग के मुताबिक, 29 अप्रैल से 1 मई तक पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में समुद्र की स्थिति अशांत से बेहद अशांत हो सकती है। इसी तरह 1 से 3 मई तक उत्तरी आंध्र प्रदेश समेत ओडिशा के तटीय इलाकों में भी समुद्र की स्थिति यही रहने का अंदेशा है।

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