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मोदी सरकार 2.0 में मेनका गांधी को नहीं मिली जगह, अब निभा सकती हैं यह जिम्मेदारी


maneka gandhi
Narendra Modi Swearing-in Ceremony: मोदी सरकार 2.0 में इस बार भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को शामिल नहीं किया गया है.  कैबिनेट में मेनका गांधी को जगह नहीं मिलने के बाद ऐसी खबर है कि वह 17वीं लोकसभा में अस्थायी अध्यक्ष (प्रो-टर्म स्पीकर) बन सकती हैं। सूत्रों ने बताया कि आठ बार की सांसद मेनका को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बार वह उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित हुई हैं।
मेनका इससे पहले की मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं। लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष सदन के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाता है। उसी के तहत ही लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होता है।
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 68 वर्षीय नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोदी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेतृत्व भी कर रहे हैं । शपथ समारोह में देश विदेश के विविध क्षेत्रों के गण मान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे ।  नरेन्द्र मोदी के भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने शपथ ली। मोदी मंत्री परिषद में कैबिनेट मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, थावर चंद गहलोत, एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी और डा. हर्षवर्द्धन ने शपथ ली । 
 
नयी सरकार में सुषमा स्वराज, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर और मेनका गांधी शामिल नहीं है । राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में करीब आठ हजार मेहमान शामिल हुए । वर्ष 2014 में मोदी को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दक्षेस देशों के प्रमुखों सहित 3500 से अधिक मेहमानों की मौजूदगी में शपथ दिलायी थी। 
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण का इस्तेमाल आम तौर पर देश की यात्रा पर आने वाले राष्ट्राध्यक्षों एवं सरकार के प्रमुखों के औपचारिक स्वागत के लिए किया जाता है। इससे पहले 1990 में चंद्रशेखर और 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ दिलायी गई थी।
शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों ... बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यामां के राष्ट्रपति यू विन मिंट और भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग शामिल हुए । 
थाईलैंड से उसके विशेष दूत जी बूनराच ने देश का प्रतिनिधित्व किया। भारत के अलावा बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। इन नेताओं के साथ-साथ शंघाई सहयोग संगठन के वर्तमान अध्यक्ष और किर्गिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति जीनबेकोव और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया। मोदी की अगुवाई में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 542 सीटों में से 303 सीटें जीतकर सत्ता में बहुमत के साथ वापसी की है। 
 

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