पेशे से डॉक्टर केपी यादव कभी सिंधिया का चुनाव प्रबंधन करते थे। पिछले साल मुंगावली विधानसभा उपचुनाव के लिए उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा लेकिन सिंधिया ने रुचि नहीं ली। इसके बाद वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए। डॉ. यादव के पिता अशोकनगर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे हैं। डॉ. केपी यादव (इनसेट) को भाजपा से टिकट मिलते ही प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने यही फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा था -जो महाराज की सेल्फी के लिए लाइन लगाते थे उन्हें मिल गया टिकट
पेशे से डॉक्टर केपी यादव कभी सिंधिया का चुनाव प्रबंधन करते थे। पिछले साल मुंगावली विधानसभा उपचुनाव के लिए उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा लेकिन सिंधिया ने रुचि नहीं ली। इसके बाद वह कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए। डॉ. यादव के पिता अशोकनगर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे हैं। डॉ. केपी यादव (इनसेट) को भाजपा से टिकट मिलते ही प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने यही फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा था -जो महाराज की सेल्फी के लिए लाइन लगाते थे उन्हें मिल गया टिकट

0 टिप्पणियाँ