Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत यदि आपको पैसा नहीं मिला है तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की इस हेल्पलाइन पर फोन कर सकते हैं

देश के 3.94 करोड़ किसानों को इसकी दो किस्त का पैसा पहुंच चुका है, लेकिन यदि आप उनमें नहीं हैं तो सबसे पहले अपने रेवेन्यू अधिकारी (लेखपाल) और कृषि अधिकारी से संपर्क करें. वहां बात नहीं बन रही है तो सोमवार से शुक्रवार तक पीएम-किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) के ई-मेल Email (pmkisan-ict@gov.in) पर संपर्क कर सकते हैं. वहां से भी न बात बने तो इस सेल के फोन नंबर 011-23381092 (Direct HelpLine) पर फोन करें.

शिकायत ये आ रही है कि रजिस्टर्ड किसानों को भी पैसा नहीं मिल रहा. एक ही गांव में कुछ किसानों के अकाउंट में दो बार दो-दो हजार रुपये आ गए हैं, लेकिन कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनके अकाउंट में पहली किस्त भी नहीं पहुंची. कुछ लोगों के खाते में पहली किस्त आ गई है तो दूसरी नहीं मिली. ऐसे लोग सबसे पहले अपने लेखपाल और कृषि अधिकारी से पूछें कि उनका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं.
यदि है तो उनसे पूछें कि पैसा क्यों नहीं आया. जवाब न मिले तो फिर स्कीम की हेल्पलाइन पर संपर्क करें. सरकार तो देश के सभी 14.5 करोड़ किसानों को पैसा देना चाहते हैं. सरकार की इस मंशा को पूरा करने में यदि कोई अधिकारी बाधा बन रहा है तो उसकी कंप्लेंट करें.
Loading...
यही नहीं इस योजना के वेलफेयर सेक्शन (Farmer's Welfare Section) में संपर्क कर सकते हैं. दिल्ली में इसका फोन नंबर है 011-23382401, जबकि ई-मेल आईडी (pmkisan-hqrs@gov.in) है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का कहना है कि अगर किसी असली किसान भाई के बैंक अकाउंट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम का पैसा नहीं पहुंच रहा है तो इसका समाधान करवाया जाएगा.

चौधरी का कहना है कि अगर किसान के खाते में पैसा पहुंचा नहीं है या फिर कोई टेक्निकल दिक्कत है तो उसे हर हाल में ठीक करवाउंगा. हमारी कोशिश है कि इसका हर किसान को लाभ मिले, इसीलिए सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में ही वादे के मुताबिक इस योजना का विस्तार कर दिया है.
इस स्कीम के तहत सबसे ज्यादा 1,20,23,174 किसानों को फायदा यूपी में मिला है. जबकि महाराष्ट्र के 31,56,298 किसानों को लाभ मिला है. बिहार में 6,46,159, राजस्थान के 28,20,441 और गुजरात के 29,74,520 किसान इस स्कीम से लाभान्वित हो चुके हैं.
0 टिप्पणियाँ