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विदेशी भक्तों ने की गुरु पूजा, परिक्रमा लगाकर किया गुरु को याद, बांटा प्रसाद



Shivpuri News - mp news external devotees of guru pooja doing parikrma remembered guru shared prasad
मंगलवार को गुरुपूर्णिमा के अवसर पर शहर के विभिन्न स्थानों और धर्मस्थलों पर गुरुपूजा के कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजन में स्थानीय भक्तों के साथ विदेशी भक्तों ने भी शिवपुरी आकर अपने आध्यात्मिक गुरु को प्रणाम कर उनकी पूजा अर्चना की। हालांकि गुरुपूर्णिमा पर दोपहर में चंद्र ग्रहण काल था जिसका असर शाम 4.30 बजे से 2 घंटे 59 मिनट रहा। इस दौरान मंदिरों के पट बंद रहे। 

आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा मंगलवार को चंद्रग्रहण भारत में दिखाई दिया जिसे खंडग्रास चंद्रग्रहण माना गया। चन्द्र ग्रहण में ग्रहण प्रारंभ होने से 9 घंटे पहले सूतक होता है। जो कि शाम 4:30 शुरू हो गया और ग्रहण के साथ ही खत्म हो जाएगा। इस दिन गुरु पूर्णिमा उत्सव, गुरु पूजन और अन्य शुभ काम सूतक काल से पहले ही लोगों ने कर लिए। 

उधर महाराजा अग्रसेन महिला परमार्थ सेवा समिति द्वारा वृक्षों को गुरु मानकर आम की बगिया पार्क (सिद्धेश्वर कॉलोनी)को गोद लेकर उसमें पौधरोपण किया और अलग-अलग प्रकार के 20 पौधे रोपे। उनकी नियमित देखभाल की शपथ भी सदस्यों द्वारा ली गई। 

विश्व आध्यात्मिक संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में आए विदेशी भक्त। 

ध्यान योग शिविर से प्रभावित होकर गुरु डॉ गौर के दर्शनार्थ अमेरिका से भारत आए पति-प|ि भक्त 
नक्षत्र मैरिज गार्डन में विश्व आध्यात्मिक संस्थान द्वारा गुरुपूजा महोत्सव कार्यक्रम आध्यात्मिक गुरु डॉ रघुवीर सिंह गौर के सानिध्य में सुबह 8.30 बजे से शुरु हुआ। इस आयोजन की खास बात यह रही कि इसमें देश के भक्तों के अलावा अमेरिका,अफ्रीका,ऑस्ट्रेलिया,तुलेमानिया से 07 गुरु भक्त अमेरिका से आए। भक्त पायलेट पीटर और केरिन 40 वर्ष ने बताया कि वह गुरु पूजा के लिए विशेष रुप से पहली बार आए है। पिछले तीन महीने में अमेरिका सहित 20 शहरों में ध्यान योग शिविर का आयोजन आध्यात्मिक गुरु डॉ रघुवीर सिंह गौर ने किया था,जिससे प्रभावित होकर पायलेट पीटर और उनकी प|ी केरिन ने उनसे गुरु दीक्षा ली और वह पहली बार शिवपुरी आकर उनके दर्शन किए। इसी तरह अफ्रीका,ऑस्ट्रेलिया,तुलेमानिया से भी भक्त गुरुजी के दर्शनार्थ शिवपुरी आए। 

कैला मंदिर स्थित गिर्राज मंदिर की परिक्रमा लगाते श्रद्धालु। 

बांकड़े हनुमान मंदिर पर भक्तों को बंटा प्रसाद 

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