प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद भावुक हुए के सिवन, मोदी मे ल
गाया गलेटने के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। इसके बाद पीएम मोदी को छोड़ने इसरो चीफ निकले, लेकिन वह खुद को संभाल नहीं सके और रो पड़े। पीएम मोदी ने इसरो चीफ को गले लगाकर ढाढ़स बंधाया।

हाइलाइट्स
- लैंडर विक्रम से अचानक संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया
- एक ऐसा समय भी आया जब इसरो के चेयरमैन और पीएम मोदी दोनों बेहद भावुक हो गए
- पीएम मोदी ने इसरो चीफ के सिर को कंधे पर रखकर ढांढस बंधाया
- पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान में असफलता नहीं होती, केवल प्रयास होता है
लैंडर विक्रम से अचानक संपर्क
मिशन चंद्रयान-2 की असफलता ने इसरो चीफ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों को भावुक कर दिया। इसरो कंट्रोल रूम में वैज्ञानिकों को दिए संबोधन के बाद पीएम बाहर निकले और भावुक इसरो चीफ के. सिवन फफककर रो पड़े। पीएम मोदी ने इसरो चीफ को गले लगाकर हिम्मत दी। पीएम ने इसरो चीफ की पीठ थपथपाई, उन्हें गले लगाया और गाड़ी में बैठ गए।रो पड़े इसरो चीफ, पीएम भवुक हुए
प्रधानमंत्री मोदी को उनकी गाड़ी तक छोड़ने पहुंचे इसरो चीफ खुद को संभाल नहीं पाए। वह फफककर रोने लगे और पीएम ने गले लगाकर उनकी पीठ थपथपाई। पीएम गाड़ी में बैठे और के. सिवन ने हाथ हिलाकर उन्हें अलविदा कहा। हालांकि, इस बीच सिवन की डबडबाई आंखें और चेहरे पर निराशा साफ नजर आ रही थी।
वैज्ञानिकों को दी पीएम ने हिम्मत
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा, 'अंतिम परिणाम भले ही हमारे अनुकूल न हो, लेकिन आपकी मेहनत, सामर्थ्य और सिद्धि पर पूरे देश को गर्व है।' पीएम ने यह भी कहा कि मैं आपको उपदेश देने नहीं आया हूं। सुबह-सुबह आपके दर्शन आपसे प्रेरणा पाने के लिए किए हैं। आप अपने आप में प्रेरणा का समंदर हैं।
वैज्ञानिकों को दी पीएम ने हिम्मत
पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो वैज्ञानिकों की हिम्मत बढ़ाते हुए कहा, 'अंतिम परिणाम भले ही हमारे अनुकूल न हो, लेकिन आपकी मेहनत, सामर्थ्य और सिद्धि पर पूरे देश को गर्व है।' पीएम ने यह भी कहा कि मैं आपको उपदेश देने नहीं आया हूं। सुबह-सुबह आपके दर्शन आपसे प्रेरणा पाने के लिए किए हैं। आप अपने आप में प्रेरणा का समंदर हैं।
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