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टेंपो चालक की रात को पत्थर से कुचलकर हत्या


ग्वालियर। बुधवार रात से घर नहीं लौटे टेंपो चालक की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। सुबह जेसी मिल की झाडिय़ों में उसका शव यहां मार्निंग वॉक के लिए आने वालों को पड़ा मिला। हत्यारों ने जमीन पर बडा पत्थर उखाड कर उसका सिर कुचला था। लेकिन खून से सना पत्थर मौके पर नहीं मिला है। टेंपो चालक दो महीने पहले ऑटो मोबाइल कंपनी में ड्राइवर की नौकरी छोडक़र लौटा था। दो नशेडी दोस्त हमेशा उसके साथ रहते थे, हत्या के बाद से दोनों गायब हैं। इसलिए शुरुआत में उन दोनों शक ठहरा है।
हजीरा टीआइ आलोक परिहार ने बताया सुरेशनगर सरकारी मल्टी में रहने वाले धर्मेन्द्र (४०) पुत्र आदिराम का शव बुधवार रेल पटरियों के पास से जेसी मिल जाने वाले रास्ते पर मिला है। धर्मेन्द्र का शरीर अकड चुका था इसलिए आशंका है कि उसे हत्यारों ने रात के वक्त यहां लाकर मारा है। धर्मेन्द्र के सिर में कुचले जाने के गहरे घाव थे। शव के पास एक बडा पत्थर उखाडऩे का निशान भी मिला है।
जाहिर है कि हत्यारे धर्मेन्द्र को यहां लेकर आए हैं उनमें संघर्ष हुआ है उसे जमीन पर पटक कर हत्यारों ने उसके सिर पर पत्थर पटका है। सुबह यहां मार्निंग वॉक के लिए तमाम लोग आते हैं उन्होंने खून से लथपथ शव पड़ा देखा तो पुलिस को कॉल किया। धर्मेन्द्र का इस इलाके में आना जाना भी नहीं था इसलिए कोई उसे पहचान नहीं सका।
कपड़ों की तलाशी में मिला लाइसेंस, मोबाइल नंबर
धर्मेन्द्र के कपड़ों की तलाशी में ड्राइविंग लाइसेंस और डायरी मिल गई उसमें मोबाइल नंबर लिखा था। उस पर कॉल करने पर पता चला कि नंबर धर्मेन्द्र के भाई संतोष वर्मा का है। उसने बताया कि धर्मेन्द्र सिंधी कॉलोनी से डीडी नगर रुट पर टेंपो चलाता था। रात करीब १०.३० बजे तक घर लौट आता था।
बुधवार रात को वापस नहीं आया तो यह समझा कि दोस्तों के साथ रुक गया है सुबह आ जाएगा। धर्मेन्द्र की किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। पुलिस मान रही है कि हत्या करने वाले पहले से तय कर चुके थे उसे जिंदा नहीं छोडऩा है इसलिए सूनसान में ले जाकर मार डाला।

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