*जितेन्द्र तिवारी & एकांश पटेल.... खबर ए प्रेस क्लब बिर्रा*
*(श्रीमद्भागवत कथा में देश की बेटी प्रियंका को न्याय दिलाने भावूक प्रसंग)*
*✒आज देश में बेटियां, बहनें और माताएं सुरक्षित नही है ऐसे में हम रामराज्य की कल्पना कर रहें है।हमारा दुर्भाग्य है हम ऐसे देश में रहकर अपनी आबरू बचा नहीं पा रहे हैं।उक्त भावूक प्रसंग सारागांव(जिला जांजगीर चांपा) में राठौर निवास में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान हैदराबाद की डाँक्टर बेटी पर हुए विभत्स घटना पर अपनी पीडा मंच के माध्यम से व्यासपीठाचार्य पं.दीपककृष्ण महराज ने व्यक्त किया।उन्होंने देश की बेटियों,बहनों पर हो रहे अत्याचार पर देश की कानून व्यवस्था, देश का संविधान की मौलिक अधिकारों की निंदा की।उन्होनें उपस्थित श्रद्धालुओं से अपील की कि ऐसे दरिंदगी करने वालों को बीच चौराहे पर फाँसी से लटका देना चाहिए।यदि कानून सामने नही आता तो मैं स्वयं अपने हाथों से ऐसे कृत्य करनेवालों को मार डालता।कितनी दुख की बात है आज बेटियो-बहनों पर इस तरह अत्याचार हो रहा है और कानून अंधा बना हुआ है।कभी कल्पना कीजिए कि खौलता हुआ तेल की एक बूंद शरीर पर पडता है तो कितना दर्द होता है।और उन दरिन्दा भेडिय़ों ने उस मासूम के ऊपर कैरोसिन, पेट्रोल डालकर जला डाला।कितनी चीखी होगी-कितनी तडपी होगी वो बेटी।मैं इस वीभत्स घटना को देखकर /सुनकर रात भर सो नही पाया।आज ऐसी घटना ने पुरे हिन्दुस्तान को झकझोर कर रख दिया है।इतनी बडी घटना पर भी सरकार की चुप्पी आखिर क्यो ?और कब तक ?*
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