शिवपुरी/कोलारस. थाना क्षेत्र के ग्राम बोलाज में शुक्रवार की दोपहर विद्युत खंभे पर काम करते समय करंट लगने से एक प्राइवेट बिजली कर्मचारी की मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने हाइवे पर जाम लगा दिया। हालांकि कुछ देर में ही पुलिस ने समझाइश देकर वह जाम खुलवा दिया।
जानकारी के अनुसार स्थानीय विद्युत वितरण कंपनी में प्राइवेट बिजली अटैंडर के पद पर कार्यरत जितेन्द्र लोधी उम्र 34 वर्ष शुक्रवार को ग्राम बोलाज में विद्युत खंबे पर चढक़र लाइन ठीक कर रहा था तभी लाइन में करंट प्रवाहित होने के चलते खंबे से नीचे गिर पड़ा और उसकी मृत्यु हो गई। लाइन अटैंडर के शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पीएम के लिए लाया गया, यहां से कुछ लोग उसके शव को एक वाहन में रखकर हाइवे पर आ गए और जाम लगा दिया। करीब आधा घंटा मौके पर जाम के हालत बने रहे और फिर मौके पर पहुंची कोलारस पुलिस ने लोगों को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जिसके बाद यह जाम खुल गया। पुलिस ने शव का पीएम कराकर जांच शुरू कर दी है।
भाई ने जेई पर लगाया लापरवाही का आरोप
कोलारस में करंट से हुई मौत के मामले में मृतक के चचेरे भाई रामजीलाल लोहिया ने बिजली कंपनी के जेई वेदप्रकाश सलामी पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि इनके ही आदेश पर उनका भाई खंभे पर काम करने चढ़ गया। जबकि उसका परमिट भी नही लिया गया था और खंभे पर लगे तारो में करंट आ रहा था। बड़ी बात यह है कि घटना के बाद यह लोग उसके भाई को अस्पताल में अकेला छोडक़र भाग गए थे। चचेरे भाई ने इस मामले में जेई के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
मौत की फैक्ट्री बन गई है बिजली कंपनी: भार्गव
मामले को लेकर मप्र बिजली आउट सोर्स कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव ने बताया कि बिजली कंपनी में बिना किसी प्रशिक्षण के ही अस्थाई कर्मचारियों से खतरे वाले काम कराए जा रहे है। जबकि अस्थाई कर्मचारियों को खंभे पर चढक़र काम करने का अधिकार नहीं होता। इसके बाद भी नौकरी से हटाने की धमकी देकर इन कर्मचारियो से यह काम कराया जाता है। अभी एक माह पूर्व ही कंपनी में काम करने वाले अस्थाई कर्मचारी नीरज समाधिया की मौत भी इसी तरह की एक लापरवाही वाली घटना में हो गई थी। उस मामले में भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कुल मिलाकर बिजली कंपनी अस्थाई कर्मचारियों के लिए मौत की फैक्ट्री बनकर रह गई है। उन्होंने दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कोलारस में करंट से हुई मौत के मामले में मृतक के चचेरे भाई रामजीलाल लोहिया ने बिजली कंपनी के जेई वेदप्रकाश सलामी पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि इनके ही आदेश पर उनका भाई खंभे पर काम करने चढ़ गया। जबकि उसका परमिट भी नही लिया गया था और खंभे पर लगे तारो में करंट आ रहा था। बड़ी बात यह है कि घटना के बाद यह लोग उसके भाई को अस्पताल में अकेला छोडक़र भाग गए थे। चचेरे भाई ने इस मामले में जेई के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
मौत की फैक्ट्री बन गई है बिजली कंपनी: भार्गव
मामले को लेकर मप्र बिजली आउट सोर्स कर्मचारी संगठन के प्रांतीय संयोजक मनोज भार्गव ने बताया कि बिजली कंपनी में बिना किसी प्रशिक्षण के ही अस्थाई कर्मचारियों से खतरे वाले काम कराए जा रहे है। जबकि अस्थाई कर्मचारियों को खंभे पर चढक़र काम करने का अधिकार नहीं होता। इसके बाद भी नौकरी से हटाने की धमकी देकर इन कर्मचारियो से यह काम कराया जाता है। अभी एक माह पूर्व ही कंपनी में काम करने वाले अस्थाई कर्मचारी नीरज समाधिया की मौत भी इसी तरह की एक लापरवाही वाली घटना में हो गई थी। उस मामले में भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। कुल मिलाकर बिजली कंपनी अस्थाई कर्मचारियों के लिए मौत की फैक्ट्री बनकर रह गई है। उन्होंने दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
0 टिप्पणियाँ