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भोपाल. शहर में ठंड के मौसम में भले ही वायु प्रदूषण नियंत्रण में हो, लेकिन बाकी महीनों के हालात किसी से छिपे नहीं हैं। प्रदूषण के चलते नागरिकों के स्वास्थ्य पर तो विपरीत असर पड़ता ही है, साथ ही शहर की छवि भी खराब होती है। अब वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पुणे की एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) की टीम शहर में रिसर्च करेगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए इस रिपोर्ट के आधार पर एक्शन प्लान बनाकर कदम उठाए जाएंगे।
वायु प्रदूषण के बड़े कारणों को ढूंढऩे के लिए पर्यावरण विभाग ने इस दिशा में निजी एजेंसी से रिसर्च कराकर दूरगामी कदम उठाए जाने का निर्णय लिया है। एआरएआई की टीम जनवरी के पहले सप्ताह में काम शुरू कर सकती है। यह रिसर्च डेढ़ साल तक चलेगी। इसके तहत प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कारकों पर अध्ययन कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके आधार पर प्रदूषण कम करने एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में दो साल का समय लग सकता है।
कई बार 300 पार जा चुका है वायु प्रदूषण का स्तर
शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति ठंड के मौसम में संतोषजनक बनी हुई है। टीटी नगर में लगे सेंसर के अनुसार शनिवार सुबह सात बजे एक्यूआई मात्र 97 रहने के साथ संतोषजनक था। वहीं आठ बजे के बाद यह 100 के पार गया लेकिन पूरे 150 के अंदर बना रहकर मध्यम बना रहा। शाम सात बजे यह 130 पर बना हुआ था।
लेकिन ऐसा हमेशा नहीं रहता है, नवम्बर में ही दो बार शहर का एक्यूआई 300 का आंकड़ा पार कर चुका था। 28 नवम्बर को यह सुबह छह बजे ही 301 रहा था जोकि बहुत खराब वायु गुणवत्ता में आता है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही ऐसे हालात फिर बन सकते हैं, इससे बचने के लिए ही शोध और अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।