शिवपुरी. फिजीकल ग्राउंड में बुधवार सुबह से सेना की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई। बुधवार की सुबह 5.30 बजे से भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने आए युवाओं की 1600 मीटर दौड़ शुरू हुई। एक लॉट में लगभग 300 अभ्यर्थी एक साथ दौड़ में शामिल हुए। भर्ती के पहले दिन भिंड, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, अशोकनगर, टीकमगढ़, शिवपुरी, छतरपुर, गुना, सागर, पन्ना, दमोह व श्योपुर के 5084 युवाओं को शामिल होना था, लेकिन इनमें से 2900 युवा ही भर्ती में शामिल होने आए। 2900 में से 310 युवाओं ने दौड़ समय-सीमा में पूरी की और उन्हें अगले टेस्ट के लिए चयनित किया गया। चाक चौबंद व्यवस्थाओं के बीच स्वास्थ्य महकमे को छोड़ सभी विभाग अलर्ट नजर आए। फिजिकल टेस्ट में फेल हुए अभ्यर्थियों को ग्राउंड से ही यात्री बसों में भरकर उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। युवाओं को मैदान तक लाने के लिए रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर रात में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था होने के चलते स्कूल बसों में बिठाकर इन युवकों को खेल मैदान तक ले जाया गया।
मौके पर ही काटे टिकट
फिजिकल ग्राउंड से बाहर निकलने के बाद जब अभ्यर्थियों को यात्री बस में बिठाया गया तो उनका वहीं पर पैसा लेकर टिकट काटा गया। टिकट के बदले में आई राशि को बस में सवार कंडेक्टर ने अपने पास न रखते हुए, वो राशि बस संचालक को उसने मैदान के बाहर ही दे दी। ताकि रास्ते में युवक उससे अपना किराया वापस न छीन लें।
स्कूलों में रही छुट्टी
सेना भर्ती में शामिल होने आए अभ्यर्थियों को स्टेशन व बस स्टैंड से ग्राउंड तक लाने-ले जाने प्रशासन ने शहर के प्राइवेट स्कूल बसों को लगा दिया है। एक-एक दिन अलग-अलग स्कूल की बसों को इसके लिए अधिग्रहण किया है। बुधवार को सेंट चाल्र्स स्कूल की छु्ट्टी रही, क्योंकि उसकी बसें सेना भर्ती में लगी रहीं।
ये रहे भर्ती स्थल के हालात
फिजिकल ग्राउंड के पहले गेट साइंस कॉलेज के मोड़ से लेकर दूसरे गेट दो बत्ती तिराहे पर पुलिस के लगभग दो सैकड़ा जवान तैनात थे। दौड़ शुरू होने के साथ ही फेल हुए अभ्यर्थियों को ग्राउंउ में सिर्फ रेस्ट लेने तक रुकने दिया गया, जैसे ही वे सामान्य हुए तो फिर उन्हें गेट से ही वाहन में बिठाकर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। हालांकि इस दौरान कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम बस से जाएं, इसलिए हम तो ट्रेन से जाएंगे। लेकिन उस समय पर ट्रेन न होने से उन्हें बस से रवाना किया गया।
फिजिकल ग्राउंड के पहले गेट साइंस कॉलेज के मोड़ से लेकर दूसरे गेट दो बत्ती तिराहे पर पुलिस के लगभग दो सैकड़ा जवान तैनात थे। दौड़ शुरू होने के साथ ही फेल हुए अभ्यर्थियों को ग्राउंउ में सिर्फ रेस्ट लेने तक रुकने दिया गया, जैसे ही वे सामान्य हुए तो फिर उन्हें गेट से ही वाहन में बिठाकर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। हालांकि इस दौरान कुछ युवाओं ने यह भी कहा कि हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि हम बस से जाएं, इसलिए हम तो ट्रेन से जाएंगे। लेकिन उस समय पर ट्रेन न होने से उन्हें बस से रवाना किया गया।
युवक का पैर टूटा, बाहर नहीं थी मेडीकल टीम
मैदान में दौड़ लगाते समय एक युवक राजवीर सिंह सिकरवार निवासी कैलारस पैर की हड्डी टूट गई और वह जमीन पर गिर गया। बाद में राजवीर को इलाज के लिए एबूलेंस से जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे है। दौड़ में शामिल आधा दर्जन युवाओं में से किसी को चोट लगी तो किसी को वॉमीटिंग होने लगी। लेकिन इन्हें ग्राउंड से बाहर कर दिया गया। ग्राउंड के बाहर स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं थी। तैनात पुलिस अमले ने स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला, तो बाद में उस युवक को अस्पताल ले गए।
मैदान में दौड़ लगाते समय एक युवक राजवीर सिंह सिकरवार निवासी कैलारस पैर की हड्डी टूट गई और वह जमीन पर गिर गया। बाद में राजवीर को इलाज के लिए एबूलेंस से जिला अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे है। दौड़ में शामिल आधा दर्जन युवाओं में से किसी को चोट लगी तो किसी को वॉमीटिंग होने लगी। लेकिन इन्हें ग्राउंड से बाहर कर दिया गया। ग्राउंड के बाहर स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं थी। तैनात पुलिस अमले ने स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला, तो बाद में उस युवक को अस्पताल ले गए।
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