नई दिल्ली। इराक ने अमेरिका के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। उसने मस्जिद पर लाल झंडा लहरा दिया है। ईरान ने कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रखा है। इस बीच ईरान के क़ौम स्थित प्रमुख मस्जिद पर लाल रंग का झंडा फहराया गया है।
पहली बार लहराया लाल झंडा
स्थानीय लोगों के मुताबिक पवित्र शहर क़ौम के इतिहास में ये पहला मौका है जब मस्जिद के ऊपर लाल झंडे लगाया गया है। बता दें शनिवार को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सुलेमानी के परिवारवालों से मुलाकात की थी। इसी दौरान उन्होंने उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि जल्द ही सुलेमानी की मौत का बदला लिया जाएगा।
बगदाद में हमला
बता दें कि शनिवार रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर रॉकेट से हमला किया गया। माना जा रहा है कि ये हमला ईरान की ओर से किया गया। ये हमला अमेरिकी दूतावास के नजदीक और अमेरिकी एयरबेस पर पर हुआ। दो रॉकेट दूतावास के नजदीक गिरे।
ईरान के 52 ठिकाने अमेरिका के टारगेट पर: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि यूएस आर्मी ने ईरान के 52 ठिकानों की पहचान कर ली है, और अगर ईरान किसी भी अमेरिकी संपत्ति या नागरिक पर हमला करता है तो इन पर बहुत तेजी से और बहुत विध्वंसक हमला करेगा।
ट्रंप का ये जवाब इराक में अमेरिकी दूतावास और बलाद सैन्य ठिकानों पर रॉकेट हमले के बाद आया है। बता दें कि टॉप ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद भारतीय समय के मुताबिक शनिवार लगभग आधी रात को बगदाद में अमेरिकी दूतावास और बलाद एयर बेस पर ईरान समर्थक मिलिशिया रॉकेट से ताबड़तोड़ हमले किए हैं।
आतंकी नेता से दुनिया को मुक्ति दिलाई
इन हमलों के बाद फ्लोरिडा में छुट्टियां गुजार रहे ट्रंप ने भी धमकी भरा संदेश ईरान समेत दुनिया को दिया। ट्रंप ने कहा कि ईरान अमेरिकी ठिकानों पर बदले के तौर पर हमले की बात कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि कासिम सुलेमानी को मारकर अमेरिका ने दुनिया आतंकी नेता से मुक्ति दिलाई जो कि अमेरिकी समेत कई लोगों को मार चुका था। इसमें कई ईरानी भी शामिल थे।
ईरान के 52 ठिकानों की पहचान
ट्रंप ने कहा, "मैं ईरान को चेतावनी देता हूं कि यदि ईरान ने किसी भी अमेरिकी या अमेरिकी संपत्ति पर हमला किया तो हमने 52 ईरानी ठिकानों की पहचान की है (ईरान द्वारा बंधक बनाए गए 52 अमेरिकी बंदियों की याद में)। इनमें से कई ठिकाने बेहद अहम हैं और ईरान की संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन ठिकानों और ईरान को भी बहुत तेजी से और बेहद सख्ती के साथ निशाना बनाया जाएगा, अमेरिका अब किसी तरह की धमकी नहीं चाहता है।" ट्रंप ने अपनी बात पर जोर देने के लिए अंग्रेजी के कैपिटल अक्षरों का इस्तेमाल करते हुए लिखा
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