भोपाल। कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल दौरे को लेकर सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। सिंधिया सात महीने बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के दफ्तर में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने १८ व १९ जनवरी आएंगे। इस मौके पर राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निवास पर दोपहर भोज रखा गया है। यहां वे सभी विधायकों से मिलेंगे।
इस बहाने एक बार फिर सिंधिया की लंच-पॉलिटिक्स होगी। इससे पहले जब सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा चली थी, तब मंत्री तुलसी सिलावट के निवास पर भोज हुआ था। इस बार राजपूत के निवास पर भोज करके सिंधिया नए समीकरण साधने की कोशिश कर सकते हैं। बुधवार को उनके गुट के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सिंधिया के आने के सवाल पर कहा कि वे भोपाल में कार्यकर्ताओं में जोश भरने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंधिया के आने से कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलेगी।
तोमर बोले- मोदी सरकार करती है भेदभाव
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार को अपने विभाग के सालभर के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। तोमर ने कहा कि प्रदेश की हर ग्राम पंचायत में राशन की दुकान खोल दी गई है। दुकानों के लिए ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया है। भंडारण स्तर से भी वितरण की सुविधा दी गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव कर रही है। उज्जवला गैस योजना में नए कनेक्शन देने पर रोक लगा दी गई है।
अभी तक ७१.३९ लाख कनेक्शन दिए गए हैं। भाजपा के समय गेहूं पर बोनस बांटने दिया गया, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय रोक दिया गया। १२ हजार करोड़ का गेहूं केंद्र नहीं उठा रहा है। प्याज के बढ़ते भाव पर खाद्य मंत्री ने कहा कि इसकी वजह भी केंद्र सरकार की नीतियां ही हैं। आयातित प्याज बुलाकर किसानों को दोहरी मार पहुंचाने का काम केंद्र सरकार कर रही है, अब जब किसानों की प्याज की फसल आने वाली है, तो तुर्की से प्याज आयात की गई है।

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