Music

BRACKING

Loading...

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'CAA नागरिकता छीन लेने का नहीं, नागरिकता देने का कानून है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं.
Image result for modi pic
कोलकाता:  स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) जंयती पर बेलूर मठ पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि यहां आना मेरे लिए घर आने जैसा है. पीएम मोदी ने कहा, बेलूर मठ आना किसी तीर्थयात्रा से कम नहीं है.  पीएम मोदी ने कहा, 'स्वामी विवेकानंद एक व्यक्ति नहीं एक जीवनशैली है' बता दें स्वामी विवेकानंद की जयंती को देश राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मना रहा है. 
पीएम मोदी ने इस मौके पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA)  को लेकर जारी विवाद का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि सीएए किसी की नागरिकता छीन लेने का नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है. 
पीएम मोदी ने कहा, 'मारी सरकार ने वही किया है जो महात्मा गांधी कह कर गए.'  उन्होंने सवाल किया कि क्या पाकिस्तान से प्रताड़िता होकर आए शरणार्थियों को वापस भेज देना चाहिएपीएम मोदी ने कहा, 'आज भी किसी भी धर्म का व्यक्ति, चाहे नास्तिक हो, जो भी भारत के संविधान को मानता है वो तय प्रक्रियाओं के तहत भारत की नागरिकता ले सकता है. ' उन्होंने कहा, कुछ लोग राजनीतिक कारणों से सीएए को लेकर भ्रम फैला रहे हैं. 
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं आभारी हूं कि मुझे बेलूर मठ में रात गुजारने का मौका मिला. इसके लिए मैं राज्य सरकार का भी आभार प्रकट करता हूं.' उन्होंने कहा, 'हम में से कई लोग यहां खिंचे चले आते हैं उसका कारण है विवेकानंद जी के विचार, विवेकानंद जी का व्यक्तित्व.  प्रधानमंत्री ने कहा इस धरती पर हमें रामकृष्ण परमहंस और अन्य गुरुओं का सानिध्य मिलता है. 
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय पश्चिम बंगाल (West Bengal) दौरे का आज दूसरा दिन है.  इससे पहले शनिवार देर शाम वह राम कृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ पहुंचे थे यहां उन्होंने संतों से आशीर्वाद लिया था.  वेलूर मठ के बाद पीएम मोदी सुबह 11 बजे कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे
इससे पहले पीएम मोदी शनिवार को दो दिन की यात्रा पर कोलकाता पहुंचे थे. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे मुलाकात की थी. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से नागरिकता संशोधन कानून और NRC पर अपना विरोध भी दर्ज कराया. 
वहीं शनिवार को चार पुनर्निर्मित विरासत भवनों को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद पीएम मोदी ने अपने विचार रखते हुए कहा, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि अंग्रेजी शासन के दौरान और स्वतंत्रता के बाद भी देश का जो इतिहास लिखा गया, उसमें इतिहास के कुछ अहम पक्षों को नजरअंदाज कर दिया गया.'
पीएम मोदी ने कहा, "ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि अंग्रेजी शासन के दौरान और स्वतंत्रता के बाद भी देश का जो इतिहास लिखा गया, उसमें इतिहास के कुछ अहम पक्षों को नजरअंदाज कर दिया गया। हमने जो इतिहास पढ़ा है उसका कोई संदर्भ नहीं है कि आम भारतीय लोग अलग-अलग समय के दौरान क्या कर रहे थे। क्या उनका कोई अस्तित्व नहीं है?

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ