शिवपुरी फिजीकल ग्राउंड पर चल रही सेना भर्ती में पहले दिन माहौल शांतिपूर्ण रहा,तो सुरक्षा के इंतजामों को और भी अधिक कड़ा करते हुए बुधवार को घोड़ा सवार पुलिस जवान तैनात कर दिए गए। भर्ती के लिए दौड़ रहे युवाओं को ग्राउंड में चोटिल होने के बावजूद बिना उपचार किए उन्हें बाहर किया जा रहा है। अभ्यर्थियों पर पुलिस का शिकंजा इतना अधिक कड़ा है कि उन्हें ग्राउंड से बाहर निकलते ही सीधे वाहन में सवार किया जा रहा है। यही वजह है कि शहर में सेना भर्ती का कोई असर कहीं नजर नहीं आ रहा।
सेना की भर्ती में गुरुवार को दूसरे दिन सुबह 5.30 बजे से फिर दौड़ शुरू हुई। भर्ती में 3900 युवाओं ने दौड़ लगाई, लेकिन उनमें से 280 युवा ही समय सीमा में 1600 मीटर की दौड़ पूरी कर पाए। ग्राउंडमें 280 युवाओं को रोकने के साथ ही शेष युवकों को ग्राउंडसे बाहर कर दिया। कई युवा दौड़ते समय गिरकर चोटिल हो गए। इनमें सागर से भर्ती में शामिल होने आए शुभम मिश्रा को दौड़ के दौरान चोट लगने से उसकी हालत बिगड़ गई। बताते हैं कि शुभम दौड़ में सबसे आगे था, लेकिन अचानक तबियत बिगड़ी और वो गिर गया, जिसके चलते वो न केवल भर्ती से बाहर हो गया, बल्कि उसे एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
कुछ ऐसे रहे भर्ती स्थल पर नजारे
दौड़ में असफल हुए कुछ युवाओं का कहना था कि हमें आधी रात को ग्राउंड के अंदर कर दिया और बिना नींद पूरी किए, सुबह सर्द हवाओं में दौड़ लगवा दी।
कुछ युवाओं का कहना था कि दौड़ में शामिल कई युवक समय सीमा में उसे पूरा कर रहे थे, लेकिन वहां तैनात अधिकारी समय से पहले ही रस्सी खींच देते हैं।
दौड़ से बाहर होते ही युवाओं को ऐसे खदेड़ा जाता है कि वे अपना सामान समेटकर बाहर की तरफ दौड़ लगाते हैं।
कुछ युवाओं ने शिवपुरी के बाजार में जाने की बात कही तो वहां तैनात पुलिस जवानों ने उन्हें रोकते हुए कहा कि बिना देर किए बस में बैठ जाओ। यही वजह है कि शहर में सेना भर्ती की भीड़ नजर नहीं आई।
सुबह 11 बजे जब स्टेशन पर ट्रेन आई तो ग्राउंड से स्कूल बस में सवार होकर युवक जब स्टेशन पर पहुंचे तो वहां पर भी तैनात पुलिस बल ने उन्हें शांतिपूर्वक टिकट लेकर ट्रेन में सवार होने के लिए कहा।
दौड़ में असफल हुए कुछ युवाओं का कहना था कि हमें आधी रात को ग्राउंड के अंदर कर दिया और बिना नींद पूरी किए, सुबह सर्द हवाओं में दौड़ लगवा दी।
कुछ युवाओं का कहना था कि दौड़ में शामिल कई युवक समय सीमा में उसे पूरा कर रहे थे, लेकिन वहां तैनात अधिकारी समय से पहले ही रस्सी खींच देते हैं।
दौड़ से बाहर होते ही युवाओं को ऐसे खदेड़ा जाता है कि वे अपना सामान समेटकर बाहर की तरफ दौड़ लगाते हैं।
कुछ युवाओं ने शिवपुरी के बाजार में जाने की बात कही तो वहां तैनात पुलिस जवानों ने उन्हें रोकते हुए कहा कि बिना देर किए बस में बैठ जाओ। यही वजह है कि शहर में सेना भर्ती की भीड़ नजर नहीं आई।
सुबह 11 बजे जब स्टेशन पर ट्रेन आई तो ग्राउंड से स्कूल बस में सवार होकर युवक जब स्टेशन पर पहुंचे तो वहां पर भी तैनात पुलिस बल ने उन्हें शांतिपूर्वक टिकट लेकर ट्रेन में सवार होने के लिए कहा।
0 टिप्पणियाँ