भोपाल: कांग्रेस से बगावत करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दिल्ली में दोपहर 12:30 बजे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर में गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नेड्डा की उपस्थिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया कमल का फूल थामेंगे. वहीं सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार शाम 4 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचेंगे और मध्य प्रदेश से भाजपा उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार में मंत्री भी बना सकती है.
आपको बता दें कि कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत कुल 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. मंगलवार को भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में निर्दलीय समेत कुल 94 विधायक ही शामिल हुए थे.
सिंधिया समर्थक विधायक बनेंगे मध्य प्रदेश में मंत्री
मध्य प्रदेश में बहुमत के लिए अब 104 विधायकों की जरूरत है. क्योंकि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की सदस्य संख्या 230 से घटकर 206 ही रह गई है. आपको बता दें कि 2 विधायकों की सीटें उनके देहांत के बाद खाली हैं जहां उपचुनाव होने हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है. शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी हो सकती है.
भाजपा ने अपने विधायकों को भोपाल से बाहर भेजा इस बीच भाजपा ने अपने 106 विधायकों को भोपाल से हरियाणा के मानेसर भेज दिया है. सिंधिया समर्थक 19 विधायकों को भी बेंगलुरु से दिल्ली लाए जाने की संभावना है. जहां से फ्लोर टेस्ट के लिए उनको भोपाल लाया जा सकता है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 26 मार्च को तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने भी अपने बचे हुए सभी विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर जयपुर भेज दिया है
आपको बता दें कि कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत कुल 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. मंगलवार को भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में निर्दलीय समेत कुल 94 विधायक ही शामिल हुए थे.
सिंधिया समर्थक विधायक बनेंगे मध्य प्रदेश में मंत्री
मध्य प्रदेश में बहुमत के लिए अब 104 विधायकों की जरूरत है. क्योंकि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की सदस्य संख्या 230 से घटकर 206 ही रह गई है. आपको बता दें कि 2 विधायकों की सीटें उनके देहांत के बाद खाली हैं जहां उपचुनाव होने हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है. शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी हो सकती है.
भाजपा ने अपने विधायकों को भोपाल से बाहर भेजा इस बीच भाजपा ने अपने 106 विधायकों को भोपाल से हरियाणा के मानेसर भेज दिया है. सिंधिया समर्थक 19 विधायकों को भी बेंगलुरु से दिल्ली लाए जाने की संभावना है. जहां से फ्लोर टेस्ट के लिए उनको भोपाल लाया जा सकता है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 26 मार्च को तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने भी अपने बचे हुए सभी विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर जयपुर भेज दिया है

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