
शुक्रवार को प्रेसवार्ता में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के बढ़ते हुए मामले के साथ इसी बीमारी से पीड़ित मरीजों के स्वस्थ होने रफ्तार अब 20.5 फीसदी हो गई है। यह एक सकारात्मक संकेत है। देश में 24 घंटों में 491 मरीज स्वस्थ हुए हैं।

देश के 734 जिलों में 9 लाख 45 हजार लोग निगरानी में: एनसीडीसी
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. एसके सिंह ने बताया कि देश में कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने में निगरानी तंत्र ने अपनी पूरी भूमिका निभाई है। इसी कारण देश के 37 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 734 जिलों में निगरानी तंत्र के माध्यम से 9 लाख 45 हजार लोगों को निगरानी में रखा गया है। कोरोना के पॉजिटिव मामले के साथ संपर्क में आए सभी लोगों को निगरानी में रखा जाता है। इसके लिए जिला स्तर पर डीएम के नेतृत्व में टीम बनाई गई है, जो घर घर जाकर मामले की सर्वे कर रही है।

अब 9 दिन में हो रहे कोरोना के मामले दोगुने
डॉ. सुजीत सिंह ने ग्राफ के माध्यम से बताया कि महामारी के फैलाव को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के 14 दिन बाद कदम का असर दिखना शुरू हुआ है। लॉकडाउन के पहले हफ्ते यानी 24 मार्च से 30 मार्च तक कोरोना के मामले दोगुने होने में 3-4 दिन लग रहे थे। 31 मार्च से 6 अप्रैल के बीच मामले दोगुने होने में 5 दिन लगे। 7 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच 6 दिन में मामले दोगुने होने लगे। 14 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच 8.6 दिन में कोरोना के मामले दोगुने हो रहे थे। अब यह रेट बढ़कर 9 दिन हो गया है। अगर निगरानी तंत्र और लोगों का सहयोगात्मक रवैया कायम रहा तो देश जल्दी ही इस बीमारी से मुक्त होगा।
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