भितरवार. भितरवार में सडक़ पर महिला ने ब"ाी को जन्म दिया। महिला अपने पति और ब"ाों के साथ अपने घर जाने के लिए निकली थी। अपने शहर से दूर मजदूरी कर रहा परिवार लॉकडाउन बढऩे के कारण अपने घर को वापस लौट रहा था। पति-पत्नी के अलावा तीन ब"ो भी उनके साथ हैं। महिला गर्भवती थी जिसके चलते पति लोडिंग गाड़ी करके अपने घर जाने के लिए मुरार से निकला था। लेकिन महिला का सडक़ पर ही प्रसव हो गया। महिला ने ब"ाी को जन्म दिया है।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जिले के बगदादी गांव में रहने वाला विनोद आदिवासी (35) अपनी पत्नी भागवती (28 ) व तीन छोटे-छोटे ब"ाों को लेकर मुरार के पारसेन गांव में फसल काटने के लिए गया हुआ था। वहां रवी फसल की कटाई हो रही है। विनोद ने बताया की कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन बढ़ गया है। काम भी बंद हो गया है। पत्नी गर्भवती है जिसके चलते मैं उसे मुरार जिला अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले गया लेकिन वहां उसे भर्ती नहीं किया। परेशान होकर मैने एक लोडिंग गाड़ी वाले से बगदादी गांव जाने की बात की। मुरार से भितरवार होते हुए जा रहे थे। भितरवार थाने की चैक पोस्ट पर रोका गया तो मैने पत्नी की हालत बताई तो पुलिस ने मुझे जाने दिया। लेकिन सीहोर में प्रवेश लेते ही सीहौर पुलिस ने शिवपुरी सीमा में अंदर नहीं जाने दिया। मैने पत्नी की हालत भी उनको बताई लेकिन शिवपुरी जिले की पुलिस ने मेरी एक न सुनी। हमें वापस लौटना पड़ा इसी दौरान पत्नी को भितरवार सीमा में प्रवेश करते ही प्रसव पीड़ा होने लगी। पत्नी की हालत देख लोडिंग गाड़ी वाला हमें छोडक़र भाग गया। पत्नी ने सडक़ पर ही ब"ाी को जन्म दे दिया। जैसे-तैसे पुलिस को सूचना दी तो पुलिस की गाड़ी पहुंची और एंबूलेंस बुलाकर पत्नी को अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि महिला व ब"ाी दोनों पूर्णत स्वस्थ हैं। एहतियातन उन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। घटना को गंभीरता से लेते हुए भितरवार थाना प्रभारी केडी कुशवाह के निर्देशन में आरक्षक मुकेश शर्मा, राकेश सिंह कुशवाह, प्रधान जीतेंद्र सिंह जाट ने व डायल 100 चालक रामनिवास ने महिला व ब"ाी की जान बचाई। साथ ही पुलिस टीम ने परिवार के लिए भोजन की व्यवस्था भी की।
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