विश्व में कोरोना को लेकर जो स्थिति है उससे भली भांति परिचित हैं भारत ने पहले ही कोरानो प्रभावित देशों से आने वालों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी उन्होंने कहा कि कोरोना के भारत में सिर्फ 550 केस थे तभी 21 दिन के लॉकडाउन का कदम उठा लिया था दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत आज संभली हुई स्थिति में है भारत ने सही दिशा में कदम नहीं बढाया होता समय पर तेज फैसले नहीं लिये होते तो भारत की स्थिति क्या होती यह सोचते हुए रोंगटे खडे हो जाते हैं सीमित संसाधनों के साथ भारत जिस दिशा में चला है मोदी ने कहा कि इन सब प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फैल रहा है उसने विश्व भर में लोगों को सतर्क कर दिया है
भारत में कोरोना की लडाई कैसे आगे बढे इस पर हर राज्यों से सुझाव लिया है हर तरफ से ये सुझाव आया कि लॉकडाउन बढाया जाए भारत में लॉकडाउन 3 मई तक बढाना पडेगा
पिछले महीने प्रधानमंत्री ने 19 मार्च और 24 मार्च को राष्ट्र को संबोधित किया था. इससे पहले पीएम मोदी ने 19 मार्च को कोरोना वायरस से निपटने के लिए संकल्प और संयम का आह्वान किया था और साथ ही रविवार 22 मार्च को एक दिन के 'जनता कर्फ्यू' की भी घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन का ऐलान किया था.
इसके साथ ही तीन अप्रैल को मोदी ने एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से 5 अप्रैल को रात 9 नौ बजे 9 मिनट के लिए
घरों की लाइटें बंद करके दीया, मोमबत्ती या फ्लैश लाइट जलाकर देश की एकजुटता को प्रदर्शित करने की अपील की थी.
0 टिप्पणियाँ