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श्योपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में चले जाने के बाद ग्वालियर चंबल संभाग में अपनी ताकत बढ़ा रहे पूर्व विधायक रामनिवास रावत का उनके अपने घर श्योपुर में भारी विरोध हो रहा है। कांग्रेस विधायक बाबू जण्डेल सहित रामनिवास रावत के अंधभक्त कहे जाने वाले चौधरी गिरिराज सिंह भी बागी हो गए हैं। मामला जिला अध्यक्ष के पद पर अतुल चौहान की नियुक्ति का है।
राजीव गांधी की श्रद्धांजलि सभा में लावा फूटा
बुधवार को अतुल चौहान के कांग्रेस जिला अध्यक्ष बनने की घोषणा हुई। गुरुवार की सुबह जाटखेड़ा स्थित विधायक बाबू जंडेल के निवास पर आयोजित हुई श्रद्धाजंलि सभा में एकत्रित हुए कांग्रेसियों ने राजीव गांधी के जीवनवृत पर कम प्रकाश डाला और अतुल चौहान के जिलाध्यक्ष बनने पर हाईकमान को अधिक कोसा। इस कार्यक्रम में रामलखन हिरनीखेड़ा, गिरिराज सिंह चौधरी, राहुल चौहान, आरसी गोयल, रितेश तोमर, हंसराज मीणा, मो. चीनी कुरैशी, मुजफ्फर सिद्धिकी, सिराज दाउदी, धर्मेन्द्र मीणा, रामलखन गुप्ता आदि शरीक हुए।
जिसमें भाजपा का प्रचार किया उसे कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बना दिया
अधिकतर वक्ताओं का कहना था कि, पार्टी ने कार्यकर्ताओं की कुर्बानी का अनादर किया है। जिन्होंने कांग्रेस के बजाए भाजपा का साथ दिया पार्टी ने उसे ही हमारे ऊपर सरपरस्त बनाकर बैठा दिया। अधिकांश कांग्रेसियों ने इस मामले में कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व विजयपुर के पूर्व विधायक रामनिवास रावत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, रावत की सहमति पर ही अध्यक्ष का नाम तय हुआ है जबकि, रावत ने जब दो बार सांसद का चुनाव लड़ा तो सभी को याद है कि, भाजपा के नरेन्द्र सिंह तोमर का प्रचार किसने और कहां से किया। सभी का इशारा पीली कोठी और अतुल चौहान के परिवार की ओर था। अधिकांश ने खुलकर कहा कि, अगर पार्टी अपना निर्णय नहीं बदलती है तो उनका कांग्रेस में बने रहने का भी कोई औचित्य नहीं है।
विधायक ने कहा जिलाध्यक्ष नहीं बदला तो पार्टी छोड़ दूंगा
विधायक बाबू जण्डेल भी अतुल चौहान को कांग्रेस जिला अध्यक्ष बनने से नाराज हैं और पार्टी के फैसले की खिलाफत भी कर रहे हैं। राजीव गांधी की पुण्यतिथि कार्यक्रम में विधायक जण्डेल ने अतुल को अध्यक्ष बनाए जाने पर पार्टी हाईकमान को जमकर कोसा। विधायक ने तो यहां तक कह दिया कि अगर पार्टी ने अध्यक्ष पर फैसला नहीं बदला तो वह पार्टी-वार्टी छोड़-छाड़कर एक आश्रम खोल लेंगे। कांग्रेस से जुड़े नेताओं के अनुसार अतुल चौहान के अध्यक्ष बनाने के फैसले से नाराज विधायक ने पार्टी हाईकमान के सामने भी नाराजगी जताते हुए पार्टी छोड़ देने तक की बात कही है।
रामनिवास रावत का 'कटप्पा' भी बगावत पर उतरा
अतुल चौहान का विरोध करने वालों में चौधरी गिरिराज सिंह का नाम भी शामिल है। आश्चर्य की बात तो यह है कि तीन दशक से जिस रामनिवास रावत को चौधरी अपना गुरू मानते रहे और लोग मजाक में उन्हें रामनिवास रावत का कटप्पा कहकर निरूपति करते रहे। उसी गिरिराज सिंह ने फेसबुक पर रामनिवास के खिलाफ पोस्ट डाली। पोस्ट में लिखा कि, 'हम मूर्ख हैं रावत जी आपकी वजह से परिवार रिश्तेदारों से भी दूरी बना ली' ज्ञातव्य हो कि गिरिराज चौधरी को ज्योतिरादित्य सिंधिया का खास माना जाता था लेकिन, वह सिंधिया के साथ न जाकर रामनिवास रावत के साथ कांग्रेस में रहे। उनकी यह पोस्ट फेसबुक पर खूब सुर्खी व चटकारेदार कमेंट बटोर रही है।
सामूहिक इस्तीफे की तैयारी, बगावत का खुला ऐलान
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन की थी तब सिंधिया गुट के नेताओं ने कांग्रेस में ही अपना सम्मान, निष्ठा और भविष्य बताते हुए सिंधिया को छोड़ दिया था। सिंधिया की छत्रछाया में राजनीति का ककहरा सीखने वाले जिन नेताओं को सिंधिया का फैसला गलत और कांग्रेस हाईकमान का हर निर्णय सही लग रहा था, उन्हीं की अटूट निष्ठा व विश्वास अतुल चौहान के जिला अध्यक्ष बनते ही दम तोड़ती नजर आ रहे हैं। इतना नहीं जिस हाईकमान का हर फैसला सही लगता था उसे ही पानी पी-पीकर कोस रहे हैं। जिला उपाध्यक्ष तो खुलकर सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि वह ईंट से ईंट बजा देंगे, श्योपुर कांग्रेस के जिला संगठन को किसी कीमत पर नहीं चलने देंगे।
मेरा परिवार हमेशा कांग्रेसी रहा है: अतुल चौहान
भारी विरोध के बीच जिलाध्यक्ष बने अतुल चौहान ने गुरूवार को केबीएस मार्केट में राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भागीदारी की। इस दौरान उन्होंने राजीव गांधी के सपने को पूरा करने और कांग्रेस को संगठित कर मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, कि मेरा परिवार हमेशा कांग्रेसी रहा है मेरी निष्ठा सिर्फ कांग्रेस में थी और हमेशा रहेगी। बैठक में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुंजबिहारी सर्राफ, शौकत उल्लाह, अनबर बालापुरी आदि मौजूद रहे।
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