*बुनियादी सुविधाओं पानी,छाया, फर्स्ट कीट मेडिकल बाक्स से भी किया गया है वनचिंत*
जांजगीर-चाँम्पा :- कोरोना महामारी को देखते हुए 17 मई तक के लिये लाॅकडाउन को बढ़ा दिया गया है, छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के आंकड़े तेजी से लगातार बढ़ रहे हैं,वहीं सरकार द्वारा इसके बचाओ के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं,छत्तीसगढ़ सरकार ने आदेशित किया है कि घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाना अनिवार्य है।वहीं इन सब नियमों कि धज्जियां ग्राम पंचायत चिखली में उड़ाया जा रहा है।।
दरअसल पूरा मामला जनपद पंचायत मालखरौदा अंर्तगत ग्राम पंचायत चिखली का हैं जहां इनदिनों रोजगार गारंटी योजना के तहत मनरेगा कार्य कराया जा रहा है जिसमें रोजगार सहायक, सरपंच, सचिव द्वारा जमकर लापरवाही बरती जा रही है, उनके द्वारा लोगों को बिना मास्क, बिना बुनियादी चीज कि व्यवस्था किये उनसे काम लिया जा रहा है, साथ ही उनके जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
*सरकार के नियमों को उड़ा रहे हैं धज्जियां*
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा रोजगार गारंटी योजना के तहत मनरेगा में काम करने कि अनुमति दी गई हैं साथ ही काम करते हुए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंस का पालन करने कि सख्त हिदायत दी गई हैं, वहीं शासन के नियमों कि धज्जियां उड़ाते हुए ग्राम पंचायत चिखली के रोजगार सहायक, सरपंच, सचिव के द्वारा ग्रामीण से बिना मास्क के और बिना सूचना बोर्ड के ही कार्य करते नजर आयें साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी धज्जियां उड़ाते नजर आये।।
*बुनियादी सुविधाओं का नहीं किया गया व्यवस्था*
वहीं मनरेगा में काम शुरू किये लगभग दो सप्ताह हो गये हैं न ही नागरिक सूचना बोर्ड बनाया गया है। रोजगार सहायक, सरपंच कि घोर लापरवाही सामने आ रही है,उनके द्वारा अभी तक शासन के नियमों के अनुसार जो बुनियादी सुविधाएं पानी, छाया,फर्स्ट कीट कि व्यवस्था है उनके द्वारा नहीं किया गया है, इनके द्वारा ग्रामीणों के जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
*रोजगार सहायक कि लापरवाही का खमियाजा ग्रामीणों को उठाना ना पड़ जाये*
रोजगार सहायक, सरपंच ,सचिव अपने जेब भरने में लगे हैं उनको लोगों के जान कि कोई परवाह नहीं है, ग्रामीणों से बिना मास्क लगाये, सोशल डिस्टेंस का धज्जियां उड़ाया जा रहा है साथ ही इनके द्वारा बुनियादी सुविधाओं का भी व्यवस्था अभी तक नहीं किया गया है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है,रोजगार सहायक, सरपंच , सचिव बस अपने जेब भरने में लगे हुए हैं और इस तरह कि मनमानी कर रहे हैं जिसका खामियाजा कहीं आनेवाले दिनों में ग्रामीणों को भुगतान पड़ सकता है।
अब देखना होगा कि जहां सभी इस महामारी से जुझ रहा हैं, ग्राम पंचायत चिखली के रोजगार सहायक, सरपंच सचिव के इस लापरवाही पर अधिकारी संज्ञान लेकर इनपर कोई बड़ी कार्यवाही करते हैं या मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता हैं।।


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