Music

BRACKING

Loading...

लॉकडाउन के फेर में दूसरे देशों में नहीं जा पा रही प्याज shivpuri news


शिवपुरी। हर बार की तरह इस बार भी शिवपुरी में प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है, लेकिन किसान को उतने दाम नहीं मिल पा रहे, जिसकी उम्मीद थी।
कोरोना के फेर में बॉर्डर सील होने की वजह से शिवपुरी के प्याज विदेशों में नहीं जा पा रहे। वर्तमान में कानपुर मंडी जाने के अलावा शहर के व्यापारी स्टॉक कर रहे हैं, लेकिन वो भी किस्मत के भरोसे इसे जमा कर रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन खुला तो बाद में प्याज के दाम बढ़ेंगे, अन्यथा की गई खरीदी से भी कम दाम में उन्हें बेचना पड़ेगा।
पिपरसमा मंडी में बुधवार को प्याज की लगभग 1500 ट्रॉलियां आई, जिसके चलते मंडी में तो स्थिति हौच-पौच हुई, साथ ही जब ट्रॉलियां मंडी से सड़क पर आई तो जाम की स्थिति निर्मित हो गई।
इन दिनों शिवपुरी की पिपरसमा मंडी में प्याज की ट्रॉलियां सैकड़ों की संख्या में आ रही हैं, लेकिन प्याज बेचने के बाद किसान निराश है, क्योंकि प्याज 5 से 7 रूपए किलो के हिसाब से थोक के भाव बिक रही है, जबकि पिछले वर्ष 8 से 10 रूपए किलो में बिकी थी।
लॉकडाउन के फेर में बाहर के व्यापारी प्याज खरीदने नहीं आ पा रहे, जिसके चलते शिवपुरी के व्यापारी ही उसे अपने हिसाब से दाम लगाकर खरीदी कर रहे हैं।
यही वजह है कि किसान को प्याज के दाम अच्छे नहीं मिल पा रहे। शिवपुरी के प्याज उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में जाती ही थी, लेकिन वो बांग्लादेश एवं नेपाल तक पहुंचती थी। कोरोना में देश की सीमाएं सील हो जाने की वजह से शिवपुरी के प्याज विदेशों में नहीं जा पा रहे।
मंडी में बिगड़े हालात, सड़क पर जाम
प्याज का बंपर उत्पादन होने तथा मौसम में हो रहे बदलाव के चलते किसान उसे बेचने की जल्दबाजी में है। यही वजह है कि शिवपुरी की पिपरसमा मंडी में प्याज की ट्रॉलियां अधिक आने से वहां पर स्थिति बिगड़ रही है।
सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा नियमों का पालन भी मंडी में नहीं हो पा रहा। मंडी में प्याज को जब व्यापारी खरीद लेता है तो उसे या तो बाहर भेजने के लिए ट्रक लोड करवाता है या फिर अपने गोदाम में भरवाता है।
आज दोपहर जब प्याज की ट्रॉलियां मंडी से निकलकर फतेहपुर-टोंगरा रोड पर आई, तो बायपास से निकलने वाला हैवी ट्रैफिक बाधित होने लगा। स्थिति बिगडऩे पर पुलिस वहां पहुंची और ट्रॉलियों को रूकवा दिया, जिससे फतेहपुर रोड पर लंबा जाम लग गया।
किसान ने बताई पीड़ा
इस बार प्याज का उत्पादन तो अच्छा हुआ है, लेकिन दाम बहुत कम मिल पा रहे हैं। व्यापारी बताते हैं कि देश की सीमाएं बंद होने से प्याज बाहर नहीं जा पा रहे।
अब हमें तो प्याज बेचना है, क्योंकि बदलते मौसम में उसे सुरक्षित रख पाना मुश्किल हो रहा है। इससे अच्छे दाम तो पिछले वर्ष मिल गए थे।
मनोज कुशवाह, कृषक, सेमरी
यह बोले खरीदार
शिवपुरी के अलावा नासिक में भी प्याज का अच्छा उत्पादन हुआ है, लेकिन शिवपुरी के प्याज नासिक से अच्छी होते है। बांग्लादेश व नेपाल की सीमा सील होने की वजह से अब देश के ही दूसरे राज्यों में भेज रहे हैं। शिवपुरी के प्याज सबसे अधिक कानपुर मंडी में जाते है, वहां अभी भी भेज रहे हैं।
इरफान राईन, प्याज कारोबारी
यह बोले उद्यानिकी संचालक
प्याज का उत्पादन बंपर हुआ है, लेकिन किसान को अच्छे दाम नहीं मिल पा रहे। कोरोना के चलते व्यापारियों को प्याज बाहर भेजने में परेशानी है, इसलिए दाम नहीं मिल पा रहे।
यदि शासन प्याज की खरीदी करता तो उसमें दाम फिक्स किए जाते, लेकिन खुला रेट होने की वजह से व्यापारी प्याज देखकर उसके दाम लगा रहे हैं।
एके राजपूत, उद्यानिकी संचालक, शिवपुरी
फैक्ट फाईल
जिले में प्याज का रकबा: 3 हजार हेक्टेयर
प्रति हेक्टेयर उत्पादन: 250 क्विंटल
जिले में हुआ कुल उत्पादन: 7.50 लाख क्विंटल

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ