ट्रक में अपने कुछ साथियों के साथ मजदूर अमृत अपने गांव के लिए निकला था लेकिन अचानक इसकी तबीयत शिवपुरी-झांसी फोरलेन मार्ग पर बिगड़ गई। अमृत को ट्रक चालक ने वाहन से उतार दिया, लेकिन इसी के साथ वाहन में इसका साथी याकूब मोहम्मद भी था। अमृत को ट्रक से उतारने बाद उसके साथ याकूब ने उसका साथ नहीं छोड़ा। कोरोना का डर था इसके बाद भी याकूब ने अपने साथी का हाथ थामे रखा और उसको लेकर अस्पताल तक आया। यहां पर देर रात को अमृत ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
अब दोनों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार-
जिला अस्पताल में कोरोना संदिग्ध युवक अमृत की शुक्र-शनिवार की रात को इलाज के दौरान मौत के बाद अब इस समय याकूब जिला अस्पताल के वार्ड में है। जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ पीके खरे ने बताया कि मजदूर अमृत (24) पुत्र रामचरण सूरत गुजरात से बंदी बलास जिला बस्ती यूपी जा रहा था। सिविल सर्जन डॉ पीके खरे ने बताया है कि उक्त युवक और उसके एक साथी का कोरोना टेस्ट कराया गया है रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है।
आखिरी समय तक दोस्त के साथ रहा-
स्वास्थ खराब होने पर ट्रक चालक अमृत और उसके एक साथी याकूब मोहम्मद को कोलारस बायपास पर छोड़कर चला गया था। याकूब को लगा कि अमृत अकेला उतर कर कैसे अपना इलाज करवाएगा। कोरोना संक्रमण की संभावना के बाद भी याकूब अपने दोस्त के साथ रहा। देर रात से प्रवासी मजदूर ने जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अपने दोस्त के लिए याकूब आखिरी समत तक उसके साथ रहा।
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