ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने बताया कि छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन ने कोरोना महामारी के कारण आर्थिक मंदी जैसी स्थिति में भी सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही है, और अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया एवं दिन रात रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा क्वारंटाइन सेंटर में ड्यूटी दे रहे हैं, ड्यूटी के दौरान दो शिक्षकों की मौत भी हो चुकी है.
इसके बावजूद सरकार उनके मनोबल बढ़ाने के बजाय उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि रोक रही है जो कि निंदनीय है, जिसका छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन विरोध करती है.
ज्ञापन सौंपने वालों में छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष विश्वकांत शर्मा, छबि कुमार पटेल प्रांतीय संगठन सचिव, मधु कारकेल जिला महिला प्रकोष्ठ गीता राम विश्वकर्मा शामिल हुए.
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