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11 जून गौ संवर्धन हेतु भगवान कृष्ण ने रची गो चारण लीला


भारत के लिए आदर्श है भगवान कृष्ण की गौ सेवा
पाटेश्वर धाम के संत बाबा राम बालक दास जी के द्वारा चल रहे ऑनलाइन सत्संग के कार्यक्रम में आज 57 वें दिन श्री कृष्ण लीला में भगवान कृष्ण के गोचरण लीला की कथा हुई
श्री सीता रसोई संचालन ग्रुप में प्रतिदिन की भांति सुबह 10:00 से 11:00 बजे एवं दोपहर 1:00 से 2:00 बजे और विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में शाम 4:00 से 5:00 और 5:00 से 6:00 बजे ऑनलाइन सत्संग का आयोजन किया गया ऑनलाइन सत्संग परिचर्चा के मुख्य वक्ता छत्तीसगढ़ के प्रखर क्रांतिकारी गौ सेवक संत बालयोगेश्वर श्री राम बालक दास जी पाटेश्वर धाम रहे उन्होंने सभी साधक भक्तों एवं माताओं के विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया और साथ ही अपने चारों धाम की पैदल यात्रा के संस्मरण भी सुनाए और स्कूली बच्चों के प्रश्न करने पर भगवान कृष्ण के द्वारा बचपन में गोवत्स चराने की लीला का बहुत सुंदर बखान सुमधुर भजनों के साथ उन्होंने से किया
ज्ञात हो कि विगत 14 अप्रैल से लगातार प्रतिदिन ऑनलाइन सत्संग का आयोजन करके भारतवर्ष में पाटेश्वर धाम ने इतिहास रचा है अभी तक लगातार इतनी लंबी ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन किसी संत या किसी संस्था के द्वारा नहीं किया गया पाटेश्वर धाम के ऑनलाइन सत्संग का उद्देश्य बताते हुए संत बाबा राम बालक दास जी ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में लोगों का मनोबल शिथिल हो जाता है साथ ही धार्मिक आस्था कमजोर होने लगती है ऐसे समय में संतों को चाहिए कि जो साधन उपलब्ध हो उसी के द्वारा समाज को एक सूत्र में जोड़ने का प्रयास करें वर्तमान समय में ऑनलाइन साधन ही उपलब्ध है इसीलिए बाबा राम बालक दास जी ने पाटेश्वर धाम के बैनर तले यह अद्भुत पहल की जिसमें भारत के सभी महान संतों विचारको एवं साध्वीओं को आमंत्रित करके उनके सुंदर वचनामृत ज्ञानवर्धक भजन और सत्संग के आयोजन भी हुए
इस क्रम को वह स्वयं अपने 35 वर्ष के साधना काल में हुए संस्करणों के माध्यम से आगे बढ़ा रहे हैं
2005 में बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री चार धामों की पैदल यात्रा एवं भिक्षाटन के साथ साधना पूर्वक हिमालय के तप को उन्होंने संस्मरण के माध्यम से सबके बीच में रखा भारत की संस्कृति बड़ी महान है अतिथि देवो भव की परंपरा पहाड़ी क्षेत्र के छोटे-छोटे गांव में देखने को मिली लोगों ने "
"जाति न पूछो साधु की पूछ लीजिए ज्ञान मोल करो तलवार की पड़ी रहने दो म्यान """
 की बात को चरितार्थ करते हुए गांव में संत बालक दास जी का स्वागत किया जिस गांव में रुके उसी गांव में 2 दिन 3 दिन का सत्संग आयोजित हुआ विभिन्न विषयों पर संत बाबा राम बालक दास जी के दिव्य वचनों को सुनकर गांव का गांव प्रभावित हुआ एक गांव के लोग दूसरे गांव तक पहुंचाने के लिए लोग जाने लगे इस प्रकार पर्वतीय क्षेत्रों में चारों धाम की यात्रा भी एक भक्ति आंदोलन का रूप लेने लगी रास्ते में गोपालन पंचगव्य औषधि निर्माण साथ ही पहाड़ी जनजीवन में अपने संस्कृति के प्रति आस्था इन सभी की बहुत सुंदर छवि संस्मरण के माध्यम से संत राम बालक दास जी ने सभी को बताई आज के समय में उत्तराखंड के चार धाम की पैदल यात्रा बहुत कठिन है बहुत से संत इस यात्रा को करते हैं पर संस्मरण को सुनकर भक्तों एवं माताओं ने अपने विचार में कहा कि संत जी के संस्मरण को सुनकर ऐसा लगा जैसे वह स्वयं इस यात्रा में
 सम्मिलित हो गए हों यह एक जीवंत प्रस्तुति थीं
पवन केसरवानी बागबाहरा के प्रश्न पूछने पर संत श्री रामबालक दास जी ने श्री पाटेश्वर धाम में बन रहे छत्तीसगढ़ के प्रथम नंदी शाला गो अभ्यारण्य के गोपालक योजना की जानकारी दी
 10000 गायों के लिए बनने वाले इस गो अभयारण्य में गोपालक योजना से जुड़ने हेतु नियम बताएं

 गोपालक योजना उन परिवारों के लिए है जो अपने घरों में गाय नहीं पाल सकते खासकर शहरी क्षेत्र के लोग
श्री हनुमान नंदीशाला गौ अभयारण्य पाटेश्वर धाम उन्हें मौका देता है गौ सेवा का क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है की अपने कमाई का दसवां हिस्सा गौ सेवा में लगाना चाहिए एक गाय का पालन सभी सद गृहस्थ के घर में होना चाहिए पर किसी कारणवश जो अपने घर में गोपालन नहीं कर पा रहे हैं वह श्री हनुमान नंदी शाला गो अभयारण्य पाटेश्वर धाम में एक गाय को गोद लेकर उस गाय का वर्ष भर का खर्च उठाते हैं जो क्रमशः 1 दिन का 25 रुपये के  हिसाब से 365 दिन का 9125 रुपये होता है इस तरह गोपालक परिवार पाटेश्वर धाम गौशाला में बनाए जा रहे हैं और गौशाला में रहने वाली गौ माताओ का इन गोपालको के द्वारा दिए जा रहे दान से पालन किया जा रहा है
ऑनलाइन सत्संग के अंतर्गत श्री हेमंत साहू राजनांदगांव
श्री भूषण साहू जतमई
श्री मुकुंदा गांव जी कोरबा
श्रीमती तनु सुलभ साहू रायपुर श्री महेश अग्रवाल राजनांदगांव
श्री संतोष साहू सिंगदेहि ने
एक एक गाय को गोद लेकर गोपालक योजना में अपना नाम लिखवाया
साथ ही प्रतिदिन अन्न सेवा हेतु श्री सीता रसोई में भी लोग अपने जन्मदिन शादी की सालगिरह या फिर परिजनों की पुण्यतिथि के अवसर में नाम लिखवा कर सेवा प्रदान कर रहे हैं संत श्री राम बालक दास जी ने बताया कि ऑनलाइन सत्संग का क्रम जारी रहेगा पाटेश्वर धाम के इस कार्यक्रम में जो सम्मिलित होना चाहते हैं वह पाटेश्वर धाम के कार्यालय व्हाट्सएप नंबर 9826135712 पर मैसेज कर संपर्क करें
जय सियाराम
जय गौ माता जय गोपाल

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