आपने अक्सर देखा होगा टेलीविजन, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और इस तरह की कई सारे इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की पैकिंग के लिए थर्माकोल का उपयोग किया जाता है। जबकि भारत की सड़कों पर ट्रांसपोर्टेशन के दौरान लगने वाले झटके सहन करने के लिए दूसरे कई अच्छे विकल्प मौजूद हैं। सवाल यह है कि बड़ी से बड़ी कंपनी महंगे से महंगे प्रोडक्ट की पैकिंग में थर्माकोल ही यूज क्यों करती है। क्या वह सबसे सस्ता पड़ता है इसलिए, या फिर थर्माकोल बनाने वाली कंपनी पैकिंग करने वाले अधिकारियों को सबसे ज्यादा कमीशन देती है। या कोई और कारण है, कोई लॉजिक, कुछ ऐसा जो प्रोडक्ट की सुरक्षा के लिए जरूरी हो। आइए किसी स्पेशलिस्ट से पूछते हैं:-
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