शिवपुरी। शिवपुरी जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद मंगलवार को दूसरे दिन भी जिला प्रशासन के निर्देश पर फुल लॉक डाउन रखा गया है। इस फुल लॉक डाउन में बाजार में दुकाने बंद रहीं और आवश्यक वस्तुऐं जैसे दूध, सब्जी, फल व एलपीजी व पेट्रोल पंप खुल निर्धारित समय के लिए खुले रहे। सोमवार को भी इसी तरह का फुल लॉक डाउन रखा गया था मंगलवार को इसका दूसरा दिन रहा। इस फुल लॉक डाउन के कारण छोटे कामगार मजदूरों के सामने परेशानी आ गई है।
शिवपुरी के माधव चौक पर इस समय सैकड़ों ऐसे मजदूरों को प्रतिदिन अपने लिए मजदूरी तलाशते देखा जा सकता है जिनके सामने अपने परिवार के भरण पोषण का संकट है। कोरोना काल के बीच शिवपुरी में कई ऐसे कामगार श्रमिक हैं जिनकी नौकरी चली गई है यहां काम धंधा बंद हो गया। इसके अलावा कई ऐसे श्रमिक हैं जो बाहर से अपने गृह जिले में आए हैं और अब रोजगार नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना बढ़ने के बाद एकाएक इन श्रमिकों के बारे में कुछ नहीं सोचा गया और बाजार बंद करने का निर्णय ले लिया।
कोरोना से बचाव के और भी रास्ते निकालने होंगे-
यह बात सही है कि इस समय जिले में कोरोना पॉजिटिव बढ़ रहे हैं लेकिन अब हम सबको भी ऐसा रास्ता निकालना होगा कि लोगों की रोजी- रोटी व आर्थिक गतिविधियां प्रभावित न हो और कोरोना से बचाव भी किया जा सके। इसलिए जिला प्रशासन को ऐसा रास्ता निकालना होगा। पूरे देश में प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं लेकिन इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में आर्थिक गतिविधियां को बढ़ाने के लिए लॉक डाउन को हटाना पड़ा और इसके बाद अनलॉक फेस-1 और फेस-2 को बढ़ाया जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ें।
यह बात सही है कि इस समय जिले में कोरोना पॉजिटिव बढ़ रहे हैं लेकिन अब हम सबको भी ऐसा रास्ता निकालना होगा कि लोगों की रोजी- रोटी व आर्थिक गतिविधियां प्रभावित न हो और कोरोना से बचाव भी किया जा सके। इसलिए जिला प्रशासन को ऐसा रास्ता निकालना होगा। पूरे देश में प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं लेकिन इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में आर्थिक गतिविधियां को बढ़ाने के लिए लॉक डाउन को हटाना पड़ा और इसके बाद अनलॉक फेस-1 और फेस-2 को बढ़ाया जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ें।
20 हजार से ज्यादा मजदूर लौटा है बाहर से -
कोरोना संकट के बीच कामकाज बंद होने के बाद जिला प्रशासन के सर्वे के अनुसार ही जिले में 20 हजार से ज्यादा ऐसे प्रवासी श्रमिक हैं जो दूसरे प्रांतो व जिलों से अपने गृह नगर यानि शिवपुरी लौट आए हैं। इसके अलावा पहले से ही जिले में रोजगार का संकट होने कई मजदूर व परिवार बेरोजगारी से परेशान हैं ऐसे में हमें गरीब व मजदूरों की सोचना होगी। जिला प्रशासन को अब ऐसा रास्ता निकालना होगा कि कोरोना से बचाव भी हो जाए और गरीब व मजदूरों के सामने आर्थिक संकट व रोजगार की अनुपलब्धता भी न हो।1
कोरोना संकट के बीच कामकाज बंद होने के बाद जिला प्रशासन के सर्वे के अनुसार ही जिले में 20 हजार से ज्यादा ऐसे प्रवासी श्रमिक हैं जो दूसरे प्रांतो व जिलों से अपने गृह नगर यानि शिवपुरी लौट आए हैं। इसके अलावा पहले से ही जिले में रोजगार का संकट होने कई मजदूर व परिवार बेरोजगारी से परेशान हैं ऐसे में हमें गरीब व मजदूरों की सोचना होगी। जिला प्रशासन को अब ऐसा रास्ता निकालना होगा कि कोरोना से बचाव भी हो जाए और गरीब व मजदूरों के सामने आर्थिक संकट व रोजगार की अनुपलब्धता भी न हो।1
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