शिवपुरी. जिला अस्पताल के मेटरनिटी (प्रसूता वार्ड) में मंगलवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक महिला की डिलेवरी में मृत बच्चे को जन्म देने के बाद ट्रूनेट मशीन से जांच में वह कोरोना पॉजीटिव निकली। आनन-फानन में वार्ड को खाली करवाकर न केवल सेनेटाइज किया, बल्कि भर्ती महिलाओं के नाम-पते नोट करके संदिग्ध प्रसूता को अलग एक कमरे के वार्ड में भर्ती करके उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने बताया कि शिवपुरी के टेकरी बाजार में रहने वाली एक महिला को सोमवार की दोपहर प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। मंगलवार दोपहर महिला का सामान्य प्रसव हुआ और उसने मृत शिशु को जन्म दिया। चूंकि प्रसव पूर्व ट्रूनेट मशीन से सैंपल जांच करवाई जाती है और जब उसकी जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई तो सबसे पहले उक्त महिला को एक कमरे के बनाए गए अलग वार्ड में भर्ती कराया गया। फिर डिलेवरी रूम से लेकर प्रसूता वार्ड को खाली करवाकर उसे सेनेटाइज करवाया गया। इतना ही नहीं ट्रूनेट मशीन में पॉजीटिव आई महिला का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। सीएस का कहना है कि अभी तो हम वार्ड को तीन बार सेनेटाइज करवा रहे हैं और फिर सैंपल जांच रिपोर्ट आने के बाद यदि वह पॉजीटिव निकलती है तो फिर आगे की सुरक्षात्मक प्रक्रिया अपनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि हमने वार्ड में भर्ती महिलाओं के नाम-पते नोट कर लिए हैं, ताकि यदि रिपोर्ट पॉजीटिव आई तो हम उन महिलाओं के सैंपल जांच करवाएंगे।
ट्रूनेट पर भरोसा कम, फिर भी प्रीकॉशन जरूरी
पिछले दिनों कमलागंज के एक परिवार के छह सदस्यों की ट्रूनेट मशीन से जांच की थी, जिसमें सभी की रिपोर्ट पॉजीटिव बताई गई थी। बाद में जब परिवार के सदस्यों की सैंपल जांच करवाई गई तो उनमें से पांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसलिए ट्रूनेट मशीन की जांच पर अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता, लेकिन यदि महिला सैंपल जांच में पॉजीटिव निकली तो फिर अस्पताल प्रबंधन को अधिक परेशानी झेलनी पड़ेगी।
पिछले दिनों कमलागंज के एक परिवार के छह सदस्यों की ट्रूनेट मशीन से जांच की थी, जिसमें सभी की रिपोर्ट पॉजीटिव बताई गई थी। बाद में जब परिवार के सदस्यों की सैंपल जांच करवाई गई तो उनमें से पांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसलिए ट्रूनेट मशीन की जांच पर अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता, लेकिन यदि महिला सैंपल जांच में पॉजीटिव निकली तो फिर अस्पताल प्रबंधन को अधिक परेशानी झेलनी पड़ेगी।
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