मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिवादन करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जो पुरुषार्थ में कण-कण और जीवन का क्षण-क्षण लगाने वाले वैश्विक नेता हैं। उन्होंने कोरोना संकट के समय राह निकालने का कार्य किया। देश की 130 करोड़ जनता के लिए 1 लाख 75 हजार करोड़ का गरीब कल्याण राहत पैकेज प्रदान कर, गरीब की थाली, खाली न रहने देने के संकल्प के साथ 80 करोड़ जनता तक अनाज पहुंचाया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश के 24 जिले भी चुने जहां लोग अधिक जरूरतमंद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मनरेगा से रोजगार और आत्मनिर्भरता के मंत्र से आमजन को राहत मिली। लॉकडाउन की अवधि में अपनी जीविका गवां चुके लोगों को प्रत्यक्ष सहायता मिली है। बाजार से महंगी ब्याज दर पर कर्ज लेने वाले लोग पठानी ब्याज चुकाते-चुकाते त्रस्त हो जाते थे। उनका कुछ बच ही नहीं पाता था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जून 2020 से प्रारंभ पीएम स्वनिधि योजना में भारत सरकार द्वारा 7 प्रतिशत ब्याज के प्रावधान के साथ कार्यशील पूंजी उपलब्ध करवाती है। इससे यह योजना छोटे-छोटे स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक वरदान के रूप में लाभान्वित करने वाली सिद्ध हुई है। मध्यप्रदेश में सिर्फ तीन सप्ताह में 8 लाख 78 हजार पंजीयन पोर्टल के माध्यम से कर लिए गए। भौतिक सत्यापन के बाद साढ़े चार लाख पात्र स्ट्रीट वेंडर्स में से चार लाख को परिचय-पत्र और वेंडर प्रमाण- पत्र भी जारी कर दिए गए। बैंकों के समक्ष 2.55 लाख आवेदन पेश हो गए हैं, जिनमें से 1.56 लाख आवेदनों में राशि की मंजूरी दी जा चुकी है। हितग्राहियों के खातों में पैसा पहुंच रहा है। उल्लेखनीय बात यह है कि प्रत्येक हितग्राही को डिजिटल ट्रांजेक्शन से जोड़ने के लिए यूपीआई-आईडी और क्यूआर कोड उपलब्ध करवाया गया है। चाहे पान की दुकान वाला हो, चाट मूंगफली बेचने वाला, पंचर बनाने वाला, जूते सुधारने वाला, सैलून चलाने वाला या फिर झाडू बेचने जैसे कार्य करने वाले अब इन स्ट्रीट वेंडर्स की खुशियों में नया रंग जुड़ेगा। डिजिटल लेनदेन के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के हितग्राहियों से इन काव्य पंक्तियों के साथ अपना व्यवसाय करने का आव्हान किया- 'समय विषम है, डगर कठिन है, जाना भी उस पार है, छोड़ चलो ये रीत पुरानी, राह नई तैयार है.... ।'
मध्यप्रदेश के हितग्राहियों से प्रधानमंत्री श्री मोदी का आत्मीय संवाद, स्ट्रीट वेंडर्स की पीठ थपथपाई
स्वनिधि संवाद के प्रारंभ में प्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबसे पहले इन्दौर जिले के सांवेर के पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री छगन लाल वर्मा से बात की। श्री छगनलाल झाडू बेचने का कार्य करते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल को झाडू के निर्माण में लगने वाली सामग्री, प्राप्त हो रहे लाभ के बारे में चर्चा की। हितग्राही श्री छगनलाल ने बताया कि उन्हें झाडू बनाने के लिए किसानों से खजूर के पत्ते और झाडू निर्माण में आवश्यक लोहे का तार, नायलोन और पाइप आदि बाजार से खरीदना होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल को सुझाव दिया कि वे पुराने झाडू के पाइप के अच्छी स्थिति में होने से उसे नए झाडू में प्रयुक्त कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल से अन्य योजनाओं से मिल रहे लाभ की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बातचीत के क्रम में ग्वालियर की श्रीमती अर्चना शर्मा से भी बातचीत की। पानी पुरी टिक्की का ठेला लगाने वाले शर्मा परिवार ने बताया कि उन्हें दस हजार रुपये का ऋण बिना परेशानी से प्राप्त हो गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती शर्मा से प्रश्न पूछा कि उन्हें योजना की जानकारी कैसे मिली, उत्तर में श्रीमती शर्मा ने कहा कि ऐसा ही छोटा-मोटा कार्य व्यवसाय करने वाले लोगों से उन्हें पीएम स्वनिधि योजना की जानकारी मिली। अस्वस्थ चल रहे श्रीमती अर्चना के पति श्री राजेन्द्र शर्मा से भी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बातचीत की और उनके शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आपने बहादुरी के साथ अपने छोटे से कारोबार को संभाला है जो समाज को प्रेरित करने वाला कार्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रायसेन जिले के सांची में जैविक सब्जियों के विक्रय से जुड़े पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री डालचंद कुशवाह से भी चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री कुशवाह को कहा कि आपकी आयु कम है, पर हिम्मत बहुत है। आप अपने कारोबार को बड़े स्वरूप में चलाईये।
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