इंदौर कोरोना वायरस के चलते उच्च शिक्षा विभाग ने इस साल सेकंड-थर्ड ईयर के विद्यार्थियों को अॉनलाइन एडमिशन और प्रमोट करने की व्यवस्था रखी है। इन विद्यार्थियों से अॉनलाइन फीस बुलवाई है। 15 दिसंबर तक एमपी अॉनलाइन के जरिए फीस की पहली किस्त जमा करना है। उसके बाद विद्यार्थियों की सूची के आधार पर विभाग प्रत्येक कॉलेजों को फीस ट्रांसफर करेगा। मगर अब परेशानी यहां आ रही है कि ज्यादातर कॉलेजों ने अभी तक बैंक खाते अपडेट नहीं करवाए हैं। विभाग ने तीन दिन में कॉलेज से जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। 2 दिसंबर तक बैंक खातें अपडेट करना है।
अधिकारियों ने कहा कि यूजी सेकंड-थर्ड ईयर और पीजी फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को प्रमोट करना है। लगभग 70 फीसद कॉलेज ने विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट की जानकारी पोर्टल पर दे दी है। जैसे ही विद्यार्थी फीस भरते हैं। उनकी राशि कॉलेजों को ट्रांसफर करेंगे। शेष फीस की राशि को प्रबंधन अॉफलाइन जमा करवा सकता है।
नहीं दे रहे टीसी
संक्रमण की वजह से अधिकांश विद्यार्थी अभी अपने जिले और शहर से बाहर नहीं आए हैं। एेसे में विद्यार्थियों को फीस भरने और अगली कक्षाओं में प्रमोट करने की व्यवस्था अॉनलाइन रखी है। अधिकांश कॉलेजों ने विद्यार्थियों को अगली कक्षा में भेजने की प्रक्रिया कर ली है, लेकिन उन विद्यार्थियों को थोड़ी परेशानी आ रही है, जो अपना कॉलेज बदल रहे हैं। कारण यह है कि उन्हें कॉलज टीसी नहीं दे रहे हैं। जिससे नए कॉलेजों को इन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करने में दिक्कतें आ रही हैं। प्रबंधन का तर्क है कि कई विद्यार्थियों के रिजल्ट रुके हैं। इसके चलते टीसी देना संभव नहीं है। रिजल्ट अटकने से इन्हें अगली कक्षा में भेजा नहीं जा सकता है। मामले में अतिरिक्त संचालक डॉ. सुरेश सिलावट ने कहा कि कॉलेजों को तुरंत टीसी जारी करने को कहा है। वहीं विद्यार्थियों की शिकायत पर कॉलेज पर कार्रवाई की जाएगी।
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