- अगर आप साइबर क्राइम की घटनाओं से अनजान हैं या साइबर फ्रॉड को हल्के में ले रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं। क्योंकि खुद पुलिस के जवान भी इससे नहीं बच पा रहे हैं। रीवा शहर के एसएएफ नौवीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक शत्रुघन पटेल के साथ शातिर ठगों ने कोविड टीके की दूसरी डोज लगवाने के नाम पर ठगी को अंजाम दिया है।
- किसी भी अंजान व्यक्ति को फोन पर अपने बैंक खाता संबंधी एवं व्यक्तिगत जानकारी न दें।
- मोबाइल टॉवर लगाने/किओस्क सेंटर खोलने सहित अन्य के नाम से आने वाले फोन कॉल/विज्ञापन से सावधान रहें तथा किसी भी अंजान व्यक्ति के खाते में पैसे न डालें।
- फेसबुक/वॉट्सऐप या अन्य मैसेंजर पर किसी भी परिचित या मित्र द्वारा हो रही रुपए की मांग को बिना जांचे या कॉल करके पुष्टि किए बिना न भेजें।
- फेसबुक का पासवर्ड स्ट्रांग बनाएं। जिसमें अल्फाबेट, कोई संख्या एवं कोई स्पेशल कैरेक्टर शामिल होने चाहिए। न की किसी का अपना नाम/मोबाइल नंबर।
- कस्टमर केयर का संपर्क नंबर गूगल द्वारा उपलब्धता पर भरोसा ना करें, सिर्फ ओरिजनल वेबसाईट से प्राप्त करें। कस्टमर केयर नंबर सदैव 1800 से ही प्रारंभ होता है ना कि किसी मोबाईल नंबर से, हो सके तो किसी भी वेबसाइट के URL को सीधे टाइप कर उपयोग करें |
- अज्ञात नंबर एवं कंपनी के नाम से मैसेज में प्राप्त लुभावने संदेश में दिए गए लिंक को क्लिक करने से बचें, अच्छा होगा की देखने के बाद डिलीट कर दें।
- प्रोमोकार्ड, रिवार्ड प्वांइट, कैश बैक के लालच में ना आएं।
- लॉटरी लगने के नाम से आए हुए व्हाटसएप्प कॉल से सावधान रहें।
- OLX ऐप में खरीदी-बिक्री करते समय सावधानी रखें, अच्छी तरह से जांच करने के बाद ही खरीदी बिक्री करें | ध्यान रखें कहीं आप भी ना हो जाए ठगी का शिकार।
- ऑनलाइन मनी ट्रांसफर साइट जैसे AIRTEL MONEY /PHONEPAY/ GOOGLEPAY/ PAYTM आदि में अज्ञात लिंक को क्लिक करने से बचें। ठगी करने वाले आपके खाते में बोनस/पैसा वापस करने आदि के नाम से एक लिंक भेजते हैं जिसपर क्लिक करते ही आपके खाते से पैसा निकल जाएगा।
- सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सएप्प में कम कीमत ब्रिकी के पोस्ट पर विश्वास ना करें।
- मोबाइल एप्लीकेशन जैसे ANYDESK/TEAM VIEWER का यूजर आईडी एवं पासवर्ड किसी भी अज्ञात व्यक्ति को न दें, और किसी के कहने पर डाउनलोड भी न करें, अन्यथा आपके मोबाइल का कंट्रोल ठग के पास चला जाएगा और आप ठगी का शिकार हो जाएंगे।
- किसी के साथ फोन पर या प्राप्त किसी लिंक पर अपने बैंक खाते की जानकारी जैसे OTP/CVV/PIN/UPI/ ATM कार्ड की डिटेल साझा ना करें। साइबर ठग रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक छोटी राशि जमा करने का लालच देकर आपके बैंक डिटेल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- अपने क्रेडिट/डेबिट कार्ड स्वाइप अपनी नजर के सामने ही करावें, व किसी अंजान व्यक्ति से एटीएम से रकम आहरण में सहायता ना लें और ना ही उसे अपना एटीएम कार्ड दें। ताकि कोई आपके कार्ड की क्लोनिंग या अनाधिकृत नकल/बदली ना कर सकें।
ठगों ने शत्रुघन के मोबाइल पर मैसेज किया, जिसमें दिए लिंक पर क्लिक करते ही पीड़ित का मोबाइल हैक हो गया और उसके खाते से 3 लाख रुपए कट गए। थोड़ी देर बाद जब आरक्षक को पैसे कटने का मैसेज आया तो उसके होश उड़ गए। पीड़ित आरक्षक शिकायत लेकर बैंक पहुंचा लेकिन हड़ताल के चलते किसी ने उसकी नहीं सुनी।
जिसके बाद पीड़ित ने साइबर सेल रीवा में मामला दर्ज करवाया है। फिलहाल, ठगों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। वहीं, इस घटना के बाद बुधवार शाम विशेष शाखा पुलिस भोपाल ने एक एडवाइजरी जारी की है।
रीवा में एक आरक्षक के खाते से रुपए निकलने की शिकायत आई थी, जिसकी खोजबीन की जा रही है। ऑनलाइन फ्रॉड से अनजान आरक्षक से साइबर ठगों ने सभी प्रकार की जानकारी ली होगी, जिसे उसने शेयर कर दिया। जिसके चलते खाते से करीब तीन लाख रुपए ट्रांसफर हो गए। यहां का साइबर सेल थाना जबलपुर लगता है, जैसे ही आगे की जानकारी आएगी दी जाएगी। हमारी अपील है कि सभी लोग साइबर क्राइम की घटनाओं से सर्तक रहें, किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
-वीरेन्द्र पटेल, निरीक्षक साइबर सेल प्रभारी रीवा
हमारे यहां कोई ऐसी शिकायत नहीं आई है। ज्यादातर लोग साइबर क्राइम पर जिला पुलिस द्वारा स्थिापित साइबर सेल के पास शिकायत लेकर जाते हैं।
-जगदीश सिंह, थाना प्रभारी बिछिया
साइबर क्राइम से बचने की अपील
पीएचक्यू से जारी एडवाइजरी में कहा गया, कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन या अन्य किसी कारण अगर कोई अंजान व्यक्ति संपर्क करता है तो उसके खाते में पैसा ट्रांसफर न करें, उसके द्वारा भेजी गई किसी लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई एप्लीकेशन अपने मोबाइल में डाउनलोड करें, वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए सीधे नजदीकी स्वस्थ केंद्र में संपर्क करें
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एडवाइजरी में शामिल बातें, जिन्हें ध्यान रखने के लिए कहा गया...
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