- ^ माधव चौक चौराहे पर पहली बार पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के साथ की संयुक्त कार्रवाई
- ^ कुछ आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराए, इनकी रिपोर्ट आज आएगी
शहर में पहली बार कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया गया। जब लोगों को कर्फ्यू उल्लंघन तोड़ने पर कोरोना जांच कराने के लिए कहा गया तो वे घबराकर बोले कि आगे से हम घर से बाहर नहीं निकलेंगे हमारी जांच मत कराओ, लेकिन अधिकारी नहीं माने और बेवजह घर से बाहर निकलने पर उनकी जांच की गई। इस आरटी पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट मंगलवार को आएगी।
शहर के माधव चौक चौराहे पर पहली बार पुलिस विभाग ने स्वास्थ्य विभाग के साथ संयुक्त कार्रवाई कर उन लोगों को टेस्ट के लिए रोका जो बेवजह घर से बाहर वाहनों पर निकले थे।इस दौरान जब बाइक से निकले कृष्ण कुमार 41 वर्ष से पूछा कि चौराहे पर क्यों आए और तुम कहां रहते हो तो। जवाब में वह बोला कि माधव चौक के पास प्राइवेट बस स्टैंड की गली में रिश्तेदार रहते हैं। बहुत दिन से उनसे मुलाकात नहीं हुई थी, घर में टाइम पास नहीं हो रहा था,इस वजह से उनके घर मिलने जा रहा था। इस पर बेवजह घर से निकलने पर जांच कर रही टीम ने उसे रोका और उसका आरटीपीसीआर टेस्ट लगाया।
हालांकि इसकी रिपोर्ट नहीं आ सकी लेकिन जैसे ही उसे आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए पुलिस कंट्रोल रूम के पास बैठाया गया तो युवक बोला, मुझे माफ कर दो गलती हो गई,आगे से घर से बाहर नहीं निकलूंगा पर मेरी जांच मत कराओ, लेकिन पुलिस नहीं मानी और अंततः उसे समझाइश देते हुए कहा कि जांच तो तुम्हें करानी पड़ेगी, क्योंकि यदि कोरोना का संक्रमण तुम्हे हुआ तो तुम खुद भी इससे परेशान होगे और रिश्तेदारों को भी यह बीमारी दे दोगे इसलिए जब तक कर्फ्यू है तब तक घर पर रहना।
अब बाहर मत निकलना। कार्रवाई में एसडीओपी सुधीर कुशवाह, कोतवाली थाना प्रभारी बादाम सिंह यादव, सूबेदार रणवीर सिंह यादव सहित जांच टीम में मोहित परिहार और उनकी टीम के सदस्य शामिल थे जिन्होंने आरटी पीसीआर के 37 और रैपिड टेस्ट के 29 टेस्ट लगाएं। मोहित की माने तो इन 29 टेस्ट में कोई पॉजिटिव तो नहीं आया लेकिन आरटीपीसीआर की रिपोर्ट मंगलवार को आएगी।

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