UP की मैनपुरी पुलिस को MP के ग्वालियर में बिना सूचना दबिश देना महंगा पड़ा गया। पत्नी की हत्या के बाद पुलिस कस्टडी से फरार 10 हजार के इनामी बदमाश को पुलिस ने पकड़ भी लिया गया था, पर साथ नहीं ले जा पाए। बदमाश के साथियों ने UP पुलिस को घेरकर बंधक बना लिया। स्कॉर्पियो पर पथराव किया और बदमाश को छुड़ा ले गए।
असल में यह इनामी बदमाश, एक लाख रुपए के इनामी गैंगस्टर गुड्डू चौहान का साथी है। गुड्डू के भी ग्वालियर में छिपे होने की खबर थी। ऐसा पता लगा है कि बदमाश के साथियों ने दो पुलिस जवानों को करीब 40 मिनट तक बंधक बनाकर रखा था। बदमाश को पुलिस जवान पकड़कर ले जा रहे हैं ऐसा एक वीडियो भी बदमाश के साथियों ने वायरल किया है।
गुरुवार को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी के कोतवाली थाना पुलिस एक लाख रुपए के इनामी गैंगस्टर गुड्डू चौहान और उसके साथी 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश सौरभ भदौरिया उर्फ गोविंद उर्फ प्रदीप की तलाश में ग्वालियर आई थी। पुलिस की टीम इंस्पेक्टर ओमजीत वाजपेयी, सब इंस्पेक्टर अमित सिंह के नेतृत्व में ग्वालियर पहुंची थी। वैसे तो UP पुलिस को MP पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन यहां UP पुलिस ने गलती कर दी।
वह सीधे ही उपनगर ग्वालियर के रानीपुरा में सोनू राठौर के घर जा पहुंची। पुलिस को सूचना थी कि सौरभ को सोनू ने ही यहां शरण दी थी। सोनू के यहां पहुंचकर इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर वहीं बैठे रहे। सिविल ड्रेस में दो जवानों को सौरभ उर्फ गोविंद भदौरिया के ठिकाने पर भेजा। दोनों जवानों ने इसमें सफलता भी पाई। घर पर सो रहे बदमाश सौरभ को पकड़ लिया। उसे पकड़कर वह कुछ दूरी पर खड़ी अपनी स्कॉर्पियो तक आ रहे थे तभी स्थानीय लोगों और बदमाश के साथियों ने पुलिस जवानों को घेर लिया।
यहां जवान उन्हें धमकाने का प्रयास करते रहे और लोग उनसे उलझते रहे। इसके कुछ देर बाद जवानों ने बदमाश को गाड़ी में बैठा लिया। तभी कुछ लोगों ने पथराव कर दिया और अपने साथी को छुड़ाकर ले गए। करीब 40 मिनट तक पुलिस जवानों को वह बंधक बनाए रहे, जबकि कुछ ही दूरी से उनके साथ आई पुलिस उनकी मदद के लिए नहीं आ पाई। हजीरा पुलिस ने सूचना मिलने के बाद यूपी पुलिस को बचाया है।
पुलिस कस्टडी से वर्ष 2010 में भागा था सौरभ
UP फिरोजाबाद के रसूलपुर में सौरभ उर्फ गोविंद उर्फ प्रदीप भदौरिया ने साल 2010 में पत्नी की हत्या की थी। वहां यह प्रदीप नाम से रहता था। उस मामले में उसकी गिरफ्तारी भी हो गई थी। पर उसके बाद वह पुलिस कस्टड़ी से फरार हो गया। तभी से उसकी पुलिस को तलाश थी। उस पर UP पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
असल में गुड्डू चौहान की तलाश में थी पुलिस
असल में UP की मैनपुरी पुलिस गैंगस्टर और 1 लाख रुपए के इनामी गुड्डू चौहान की तलाश में आई थी। वह लगातार सौरभ के संपर्क में था। पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि गुड्डू ग्वालियर में ही शरण लिए हुए हैं। गुड्डू के बारे में बता दें कि उस पर अभी तक 10 हत्या के मामले दर्ज हैं। आखिरी हत्या उसने भाजपा नेता मदन चौहान की गोली मारकर की थी। इस सनसनीखेज हत्या के बाद से उस पर इनाम बढ़ाया गया था। सूचना तो यहां तक है कि गुड्डू ने 20 से ज्यादा हत्या की हैं, लेकिन उस पर रजिस्टर्ड मामले 10 हैं।
FIR दर्ज की जा रही है
CSP महाराजपुरा रवि भदौरिया ने बताया है कि मैनपुरी पुलिस ने बिना सूचना दिए दबिश दी थी। वहां कुछ लोगों ने पुलिस को घेर लिया और आरोपी को छुड़ा ले गए। इस मामले में यूपी पुलिस FIR दर्ज करा रही है।
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