भोपाल वैक्सीनेशन के मामले में शहर के युवा सबसे आगे हैं। आंकड़े भी यह हकीकत बयां कर रहे हैं। 18 से 44 उम्र वाले 12 लाख 242 लोगों को अब तक वैक्सीन लग चुकी है। वहीं 45 से 56 उम्र तक के 5,79,355 को टीका लग चुका है। इसके अलावा 60 साल से ऊपर के 3,24,857 का वैक्सीनेशन हो चुका है। लेकिन शहर में अब भी तीन लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक वैक्सीन का पहला डोज भी नहीं लगवाया है।
ये हकीकत सोमवार को कलेक्टोरेट में वैक्सीनेशन रिव्यू की बैठक में सामने आई। बैठक में कलेक्टर ने अफसरों से कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए इनको चिह्नित कर वैक्सीनेशन करवाया जाए। ये अब तक क्यों वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आए हैं। इसका असल कारण पता लगाएं। बैठक में एडीएम संदीप केरकेट्टा ने बताया कि 1800 आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं को डोर-टू-डोर सर्वे के लिए लगाया गया है। ताकि वैक्सीनेशन न कराने की असल वजह पता लग सके।
वैक्सीनेशन एक नजर में
- 11 लाख 62 हजार 759 पुरुषों को अब तक लगी वैक्सीन।
- 09 लाख 41 हजार 234 महिलाओं को भी लगा टीका।
- 05 हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं काे भी वैक्सीन लगी
पुराने शहर के कई वार्ड ऐसे, जिनमें 40% को नहीं लगा पहला डोज
एडीएम ने बताया कि भोपाल में 80 हजार से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहला डोज लगवाया लेकिन दूसरे डोज की तारीख निकलने के बाद भी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंचे हैं। पहले डोज से वंचित चल रहे इन लोगों की तलाश में महिला बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सर्वे में लगाया है। सबसे ज्यादा पुराने शहर के वार्डों में सर्वे किया जा रहा है। यहां के कई वार्ड ऐसे हैं जिनमें 40% को पहला डोज नहीं लगा।
पहले डोज से छूटे लोगों की तलाश
जिन लोगों ने पहला डोज नहीं लगवाया है, उनकी तलाश के लिए सर्वे करा रहे हैं। सर्वे के बाद जिन लोगों के नाम सामने आएंगे। उनको वैक्सीन लगवाई जाएगी।
-संदीप केरकेट्टा, एडीएम
16 लाख से ज्यादा को लगा फर्स्ट डोज.. भोपाल में अब तक 16 लाख 26 हजार 361 लोगों को ही पहला डोज लगा है। दूसरा डोज 4 लाख 78 हजार 93 को लग चुका है। अब तक 21,04,454 वैक्सीन लगी है। 19,84,470 का टारगेट वैैक्सीनेशन के लिए रखा गया है।
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