शिवपुरी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक शिवपुरी में पांच साल पहले अर्द्धशासकीय संस्था एमपी कॉन के जरिए 14 कंप्यूटर ऑपरेटरों की भर्ती की गई थी। दरअसल कंप्यूटर ऑपरेटरों पर कोई अनुभव नहीं था। इसके बाद भी बैंक के अधिकारियों ने एमपी कॉन की मिलीभगत से मनमाने ढंग से युवकों के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर बैंकों में भर्ती करा दिया।
इस बात का खुलासा अपेक्स बैंक से लेनदेन में सौ करोड़ के अंतर और कोलारस बैंक शाखा में सात करोड़ के घोटाले की जांच के समय सामने आया है। कोलारस में कैशियर ने कंप्यूटर ऑपरेटर के संग मिलकर सात करोड़ का घाेटाला किया है। उक्त कंप्यूटर ऑपरेटर रैनू शर्मा की भर्ती एमपी कॉन ने पांच साल पहले कराई है।
जिला सहकारी बैंक शिवपुरी सहित जिले भर में संचालित शाखाओं में साल 2016 में कंप्यूटर ऑपरेटरों की भर्ती एमपी कॉन के जरिए की गई थी। कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती में विज्ञप्ति जारी करना तो दूर युवाओं को बुलाकर इंटरव्यू
तक नहीं लिए गए। इस बात का खुलासा करैरा में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर नीरज जोधी ने किया है। खनियाधाना शाखा में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर सोनू सोनी ने भी अनुभव प्रमाण पत्र अपने भाई के कियोस्क का बनवाकर लगा दिया है।
एमपी कॉन का शिवपुरी में ऑपरेटर भर्ती फर्जीवाड़ा सामने आया, प्रदेश के दूसरे जिलों में भी भर्तियां हुईं हैं: एमपी कॉन का शिवपुरी जिले में कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती फर्जीवाड़ा सामने आ गया है। शिवपुरी के अलावा भी प्रदेश के दूसरे जिलों में भी सहकारी बैंक की शाखाओं में कंप्यूटर ऑपरेटरों की भर्तियां हुईं हैं। बैंक अधिकारी और एमपीकॉन के अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़े हुए हैं। जांच में जिम्मेदारों के चेहरे सामने आ जाएंगे।
दो उदाहरण : बिना इंटरव्यू और अनुभव प्रमाण पत्र के भर्ती किया है
करैरा शाखा में साल 2013 से काम कर रहा था। मुझे काम की जरूरत थी और उन्हें काम करवाना था। पता नहीं क्या हुआ, उन्होंने ही बिना किसी इंटरव्यू और अनुभव प्रमाण पत्र के 2016 में भर्ती करा दिया। तभी से काम कर रहे हैं। -नीरज लोधी, कंप्यूटर ऑपरेटर, सीसीबी शाखा करैरा
एमपी कॉन के माध्यम से 2016 में हमारी शाखा में कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर भर्ती हुई है और तभी से काम कर रहे हैं। अनुभव प्रमाण पत्र कियोस्क सेंटर का लगा है। दरअसल कियोस्क सेंटर हमारे भाई का था। उसी में मैं काम करता था। -सोनू सोनी, कंप्यूटर ऑपरेटर, सीसीबी शाखा खनियाधाना
पांच साल में सवा करोड़ से अधिक वेतन ले चुके हैं कंप्यूटर ऑपरेटर
शिवपुरी जिले की सीसीबी शाखाओं में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर पांच साल में सवा करोड़ रुपए से अधिक का वेतन ले चुके हैं। पीएम व टीडीएस में भी लाखों का घपला मिल सकता है। वहीं अपेक्स बैंक की तरफ से एक-दो साल पहले अलग से कंप्यूटर ऑपरेटर विधिवत तरीके से शिवपुरी जिले में उपलब्ध कराए हैं। इसके बाद भी एमपीकॉन के जरिए भर्ती कराए ऑपरेटर अभी भी शाखाओं में कार्यरत हैं।
किसी का बेटा तो किसी की रिश्तेदार को कंप्यूटर ऑपरेटर पर भर्ती किया
सीसीबी शाखाओं में किसी मैनेजर ने अपने बेटे को तो किसी ने अपने रिश्तेदार व चहेतों काे भर्ती कराया है। सूत्रों की मानें तो बैराड़ और पोहरी शाखाओं में तत्कालीन ब्रांच मैनेजरों ने एक-दूसरे की शाखाओं में बेटों को कंप्यूटर ऑपरेटर पर भर्ती करा लिया। इस फर्जीवाड़े में एमपीकॉन भोपाल की भूमिका अहम रही। कोलारस शाखा में एक कर्मचारी की रिश्तेदार कंप्यूटर ऑपरेटर है।
साल 2016 का रिकॉर्ड निकलवा कर देखेंगे
सीसीबी में कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती के संबंध में फिलहाल जानकारी नहीं हुई है। इस मामले में पूरी जानकारी लेकर बता पाऊंगा। साल 2016 में भर्ती का काम कौन देखता था, रिकार्ड निकलवाएंगे।
मनोज मिश्रा, प्लेसमेंट, एमपीकॉन भोपाल
कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती संंबंधी मामला पुराना है
कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती संंबंधी मामला पुराना है। इस बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। अभी वीसी चल रही है। रिकार्ड निकलवाएंगे कि कंप्यूटर ऑपरेटरों की भर्ती किस आधार पर हुई है।
लता कृष्णन, महाप्रबंधक, सीसीबी जिला शिवपुरी
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