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परेशानी लेकर आए बच्चे, कलेक्टर को देख झिझके तो कलेक्टर ने अपनी कुर्सी पर बिठाया बच्चे को और बोले, अब तुम्हारा दोस्त कलेक्टर है, परेशानी बताओ



 शिवपुरी कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में कुछ बच्चे अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के पास पहुंचे, लेकिन बच्चे कलेक्टर को अपनी समस्या बताने में झिझक रहे थे। ऐसे में कलेक्टर ने फुटबॉल खेलने वाले इन बच्चों में से राहुल नाम के एक बच्चे को बुलाया और अपनी कुर्सी पर बिठा दिया।

कलेक्टर खुद साइड से हट गए व बच्चों से कहा कि अब आपका दोस्त कलेक्टर है, अब इन्हें अपनी परेशानी बताओ, यह आपकी समस्या का समाधान करेंगे। कलेक्टर द्वारा उठाए गए इस कदम का बच्चों के मन पर यह प्रभाव पड़ा कि उन्होंने बेझिझक होकर अपनी सारी समस्याएं उनको बताईं। कलेक्टर ने बच्चों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन उन्हें दिया है।

किसी पर नहीं थे जूते, तो किसी पर जर्सी

जो बच्चे कलेक्टर के पास पहुंचे थे वह गरीब तबके के बच्चे हैं। हवाई पट्टी क्षेत्र में फुटबॉल खेलते हैं, लेकिन उनमें से कई बच्चों के पास जूते नहीं हैं, तो कुछ बच्चों पर जर्सी नहीं है। इसके अलावा वह एक टूर्नामेंट भी आयोजित कराना चाहते हैं।

कलेक्टर ने बच्चों से टूर्नामेंट की रूपरेखा तैयार कर उन्हें बताने को कहा है। इसके अलावा अन्य परेशानियों के जल्द निराकरण का आश्वाशन दिया है।


खेलेंगे तो भटकेंगे नहीं, सही दिशा पकड़ेंगे

इस पूरे मामले पर जब कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि समान्यतः जो युवा खाली रहता है, वह भटक जाता है, इनमें से कई नशे की लत के आदी हो जाते हैं। इन बच्चों को मोटीवेट करने के पीछे बस यही मंशा है कि युवा भटके नहीं। इन बच्चों की अगर बेसिक आवश्यकता पूरी नहीं हुईं तो इनमें भटकाव आ सकता है। हो सकता है कई बच्चे खेलना छोड़ दें। अगर ये खेलेंगे तो कल अच्छे खिलाड़ी भी बन सकते हैं। खेलेंगे तो सही दिशा पकड़ेंगे और इनकी सफलता दूसरों को खेलने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

कलेक्टर के अनुसार बच्चे उन्हें अपनी परेशानी बताने में झिझक रहे थे, इसलिए उनके बीच के बच्चे को कु बना दिया। इसके बाद उन्होंने सब्र-कुछ बताना शुरू कर दिया

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