Music

BRACKING

Loading...

कलेक्टर के स्थानांतरण आदेश पर भारी जिला शिक्षा अधिकारी का मौखिक आदेश

 


सलवा जुडूम रायगढ़ 26 मार्च 2022/ छत्तीसगढ़ राज्य में मजबूत पकड़ का डींग हांकने वाली भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार जिला कलेक्टर रायगढ़ के लिखित स्थानांतरण आदेश को दरकिनार करते हुये जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य के मौखिक आदेश से पिछले दो साल से कार्यमुक्त नही किया जाना और बिना कार्य के वेतन आहरण कर गंभीर आर्थिक अनियमितता की जा रही है।

यह मामला प्रदेश के दमदार मंत्री उमेश नंदकुमार पटेल के जिले के नाक के नीचे संचालक समग्र शिक्षा राजीव गांधी शिक्षा मिशन रायगढ़ का है, जहां वर्ष 31.08.2020 को कलेक्टर के आदेश से समस्त व्लाक रिसोर्स पर्सन (बी.आर.पी) का स्थानांतरण किया गया था। बीआरसी कार्यालय खरसिया में पदस्थ पी.आर.पी. श्रीमति अनुसूईया पांडे को धरमजयगढ़ स्थानांतरण किया गया था परंतु जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरपी आदित्य एवं जिला समग्र शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार देवागंन द्वारा कलेक्टर रायगढ़ के आदेश को दरकिनार करते हुए श्रीमती अनुसूईया पांडे को अनुचित लाभ प्रदान करते हयुे मौखिक आदेश से उपस्थिति दर्ज कराते हुये बिना कार्य कराये पिछले दो वर्ष से प्रतिमाह वेतन का आहरण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रत्येक ब्लाक में बीआरपी का एक पद ही स्वीकृत है। मजे की बात यह है कि श्रीमती अनुसूईया पांडे को छोड़ शेष समस्त बीआरपी को कलेक्टर के आदेश पर उनके स्थानांतरण स्थान पर पदांकन किया गया था, अब तक सभी बी.आर.पीओ को तीन से चार बार स्थानांतरण किया गया था जबकि श्रीमति अनुसूईया पांडे पिछले तेरह साल से जिला शिक्षा अधिकारी और संचालक समग्र शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार देवागंन के अनुचित लाभ से एक ही स्थान पर कई सालो से जीम हुई है।
वहीं कलेक्टर के आदेश पर स्थानांतरित अन्य खरसिया में पदस्थ अन्य बी.आर.पी का पांचवी बार जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्थानांतरण कर दिया गया है। पिछले दो साल से कलेक्टर के आदेश का अनुपालन कराये बिना जिला कोषालय से प्रतिमाह जिला शिक्षा अधिकारी के मौखिक आदेश से बिना काम वेतन आहरण एक गंभीर आर्थिक अनियमितता को उजागर करती है तथा जिला शिक्षा अधिकारी और संचालक समग्र शिक्षा राजीव गांधी शिक्षा मिशन अधिकारी पर विधिक ज्ञान नही होने का भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है
जागो सरकार जागो

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ