गुना-शिवपुरी-अशोकनगर संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ.के.पी.यादव ने लोकसभा सत्र के दौरान आयुर्वेद के महत्व पर जोर देते हुए एक आयुष अनुसंधान एवं विकास केंद्र खोलने की मांग रखी।
सासंद डॉ.के.पी.यादव ने कहा कि संसदीय क्षेत्र के जिला गुना को भारत सरकार द्वारा आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल किया गया है और यहाँ स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है। मध्य प्रदेश एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है और हमारा वन क्षेत्रफल 77,493 वर्ग किमी है। जहाँ पर विभिन्न प्रकार की आयुष औषधियां जैसे अश्वगंधा और गिलोय की पैदावार होती है। लोकसभा क्षेत्र में स्थानीय लोग जिनमे आदिवासी समुदाय भी शामिल है अनेक वर्षों से इन औषधियों का प्रयोग विविध बीमारियों के उपचार मे परंपरागत तरीके से करते आ रहे है और इस क्षेत्र मे विकसित ज्ञान प्रणालियाँ हैं जिनके प्रयोग से कई रोगों की रोकथाम, निवारण और इलाज किया जाता रहा है। इनकी गुणवत्ता एवं उपलब्धता देखते हुए मेरा सरकार से विनम्र निवेदन है कि लोक सभा क्षेत्र मे आयुर्वेदिक तथा वनस्पति की उपलब्धता होने के कारण आयुष मंत्रालय के माध्यम से इन वनस्पतियों के संरक्षण हेतु एक रिसर्च एवं विकास केंद्र स्थापित किया जाए,जिससे इन औषधियों की मेन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा मिले एवं इनका व्यापक इस्तेमाल हो सके तथा रोज़गार के अवसर प्राप्त हो। पूरे विश्व में आयुर्वेद की मांग को देखते हुए हम इन औषधियों को निर्यात करके देश की अर्थव्यवस्था और आत्म निर्भर भारत के संकल्प को मज़बूती दे सकेंगे।
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