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india : भारत मै मानव तस्करी के कुछ नमूने ईस तरहा से हम आप को वताते है



 बसंती। उम्र-40 साल। पहचान- सागर में लड़कियों की खरीद-फरोख्त और फर्जी शादियां कराने वाले गिरोह की सरगना। काम- शराब तस्करी से लेकर मानव तस्करी तक। बसंती का जिक्र इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि सागर पुलिस ने हाल ही उसे गिरफ्तार किया। फिलहाल वह जेल में है। उसकी चौके-चूल्हे की जिंदगी से लेकर अपराध की दुनिया में कदम रखने तक की कहानी में भी कई उतार-चढ़ाव हैं।

बसंती की मां शारदा ने उसे कम उम्र में ही उससे दोगुनी उम्र के मर्द के साथ हरियाणा में ब्याह दिया था। पति के चंगुल से छूटकर भागी तो मानव तस्करी करने लगी। फिर फर्जी शादियां कराने के लिए लड़कियां बेचने लगी। मप्र में कुंवारों की शादी कराने के कई गिरोह बनते जा रहे हैं। पूरी तरह से ऑर्गनाइज्ड अपराधी कई भोले-भाले लोगों से लाखों रुपए ठग रहे हैं

कल आपने पढ़ी थी दलालों और बसंती की चंगुल में फंसी लड़कियों की कहानी, आज जानते हैं उन पीड़ितों की कहानियां, जिन्हें फर्जी शादी करके ठगा गया..दोगुनी उम्र के युवक से ब्याही तो भाग आई...

शारदा ने पैसे के लिए अपनी 14 साल की बेटी बसंती की शादी हरियाणा में उससे दोगुनी उम्र के युवक से कर दी थी। बसंती वहां कुछ महीने रही और भागकर वापस सागर आ गई। इसके बाद उसकी दूसरी शादी हुई, लेकिन बसंती की पटरी यहां भी नहीं बैठी और यह शादी टूट गई। बसंती की तीसरी शादी जितेंद्र ठाकुर से हुई है। उसी के साथ करीला में रहकर वह शराब बेचने सहित अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गई। दोनों की गिरफ्तार भी हुई, लेकिन छूटते ही फिर उसी अपराध की दुनिया में चली गई। इस बीच उसने नया धंधा शुरू किया। उसने फर्जी शादी कराने के लिए गिरोह बनाया और लोगों को ठगने लगी।

बसंती की मां शारदा ने भी दो शादियां की थी। पहले पति से बसंती सहित तीन भाई और तीन बहनें हैं। एक भाई विकलांग है, तो दूसरा मानसिक रूप से कमजोर है, जबकि तीसरा भाई धन सिंह, बहन बसंती के अवैध कामों में हाथ बंटाता है। 10 साल पहले बसंती के पिता का निधन हुआ, तो मां शारदा ने मंडीदीप में एक ब्राह्मण से शादी कर ली। इस शादी से उसे एक लड़की और दो लड़के हुए। एक लड़के की मौत हो गई। ब्राह्मण ने शारदा की असलियत जानी तो उसे छोड़ दिया। इसके बाद शारदा की सभी बेटियां बसंती के साथ रहने ल

अब बात उन लोगों की जो दुल्हन की चाह में ठगे गए…

केस 1: दो-दो लाख दिए, 3 दिन में माल समेटकर भाग गई

खुरई के कल्लू रजक की शादी नहीं हो रही थी। इसी बीच दलाल बसोरी अहिरवार से परिवार का संपर्क हुआ। उसने दो लाख रुपए में शादी कराने की बात कही। बसोरी लाल ने इस बार बसंती को बोलकर उसकी 16 साल की बहन की शादी कल्लू रजक से करा दी। ये शादी तीन दिन में ही टूट गई। नाबालिग दुल्हन को कल्लू का परिवार रास नहीं आया। वह गहने-जेवर समेटकर मायके आ गई, फिर नहीं लौटी।

कुछ ऐसी ही कहानी बिलहरा के माखन अहिरवार की भी है। उसकी शादी दलालों ने बसंती की दूसरी नाबालिग बहन से कराई थी। वह एक सप्ताह बाद वहां से भाग आई। एक बार जब दोनों बहनें मायके आईं तो दोबारा ससुराल नहीं गईं। जब ससुराल के लोगों ने विदाई के लिए दबाव बनाया, तो बसंती ने धमकी दी कि वह नाबालिग से शादी करने के मामले में जेल भिजवा देगी। अब सागर पुलिस कल्लू और माखन को खोज रही है। उनके मिलते ही बसंती पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है।

केस 2: पसंद किसी और को किया, फेरे किसी और के साथ करा दिए

राहतगढ़ के पुष्पेंद्र अहिरवार की शादी बसंती ने मैहर निवासी 15 साल की किशोरी से कराई थी। पुष्पेंद्र की शादी बसंती के भाई बसोरी लाल ने अपने दोस्त जीवन अहिरवार और कुमार अहिरवार के जरिए तय कराई थी। बोला था कि अहिरवार समाज की गरीब लड़की है, शादी का खर्चा एक लाख रुपए उठाना होगा।

तैयार होने पर 20 हजार एडवांस लेकर राधिका और पूजा नाम की दो लड़कियों को दिखाया। पुष्पेंद्र ने राधिका को पसंद किया। जब शादी के दिन पूजा को लेकर पहुंचे और बोले कि राधिका तैयार नहीं है। 80 हजार रुपए लेने के बाद पूजा और पुष्पेंद्र की करीला के दिलचोरी मंदिर में शादी कराई। तीन दिन तक पूजा उसके घर रही। चौथे दिन बसंती मां की बीमारी का बहाना बनाकर उसे ले आई। उसके साथ जेवर, कपड़े और पैसे भी थे।

पुष्पेंद्र बताते हैं- बार-बार प्रयास करने पर भी जब पूजा को बसंती भेजने के लिए तैयार नहीं हुई, तो हमने एसपी ऑफिस में शिकायत की। फिर बसंती ने हमसे संपर्क किया और कहा कि पूजा नाबालिग है और नाबालिग से शादी करने के आरोप में जेल भिजवा दूंगी। इसके बाद मैंने समझौता कर शिकायत वापस ले ली। अब पता चला कि पूजा नाम भी फर्जी था। मैंने अब इस मामले में धोखाधड़ी का केस कराया है।​​​​केस 3: पता चला जिससे शादी हुई, उसकी पांच शादियां हो चुकी हैं

सागर से 27 किमी दूर सरखड़ी गांव निवासी मैकेनिक लक्ष्मण डांगी (42) दो भाइयों में छोटे हैं। वो गांव में टीवी, रेडियो से लेकर दूसरे इलेक्ट्रिक अप्लाइंस ठीक करने का काम करता है। मोचल गांव में ननिहाल है। मामा के गांव के इंद्राज सिंह (दलाल) 8 फरवरी काे उसके घर आए और शादी की चर्चा छेड़ी। इंद्राज बोला कि एक लड़की है, लेकिन उसके मां-पिता नहीं हैं। शादी हुई थी, लेकिन शराबी पति की मारपीट से तंग आकर वह उसे छोड़ चुकी है। लड़की अपने पिता के दोस्त राजू के घर पर रहती है। बस शादी का खर्चा उठाना होगा। इसके लिए 50 हजार रुपए लगेंगे। लक्ष्मण ने इस उम्र में भी घर बसने का सपना सच होता देख बड़े भाई प्रेम सिंह से बात कर हामी भर दी।

अगले दिन सागर के बालाजी मंदिर में उसकी लड़की से मुलाकात कराई। 10 फरवरी को बगराज मंदिर में शादी करा दी। लड़की की ओर से राजू नाम का व्यक्ति शामिल हुआ था। लक्ष्मण के साथ दलाल इंद्राज भी पहुंचा। शादी के बाद लड़की को घर लाए। अगले दिन लक्ष्मण जैसीनगर में उसे शॉपिंग कराने ले गया। वहां से रात 7.30 बजे लौटा। इसके बाद वह जेवर, कपड़े मंगलसूत्र, बिछिया आदि लेकर गायब हो गई।

लक्ष्मण बताते हैं कि पत्नी नहीं मिली तो डायल 100 पर सूचना दी। 12 फरवरी को जैसीनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने राजू को पकड़ा। पता चला कि लड़की चनौआ रहली क्षेत्र की रजनी अहिरवार है। उसके मां-बाप सभी हैं। वह भोपाल में रहती है। चार से पांच शादियां कर चुकी है। उसने ज्योति ठाकुर (26) बनकर उनसे से शादी की थी।

केस 4: 32 शादियां की, हर घर में एक हफ्ते ही रुकती थी

जबलपुर की रीना ठाकुर उर्फ सीता चौधरी उर्फ काजल चौधरी (32 साल) ने नर्मदापुरम के पिपरिया में एक, फिर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में 31 लोगों से फर्जी शादी कर धोखा दिया है। वो एक पति के घर एक सप्ताह से ज्यादा नहीं रुकती थी। इस शातिर महिला को राजस्थान के डूंगरपुर की सांगवाड़ा पुलिस ने उसके ही हथकंडे से दबोचा।

पुलिस ने चुनौती बनी रीना के लिए जाल बिछाया। पुलिस ने एक सिपाही को दूल्हा बनाकर रीना से बात की। इसके बाद उसे दबाेचा। रीना के साथ रमेश नाम का एक दलाल भी था। वही शादी की बात तय करता था। उसने रीना की 12 दिसंबर 2021 में जोधपुर के प्रकाश चंद्र भट्‌ट से 5 लाख रुपए में शादी कराई थी। आठवें दिन रीना के भागने के बाद पुलिस तक मामला पहुंचा तो इस गैंग का खुलासा हुआ।

इस गैंग में शामिल जबलपुर की गुड्‌डी बर्मन अब तक फरार है। इस गिरोह में सात-आठ लड़कियां हैं। सभी के फर्जी आधार कार्ड बने हैं।

केस 5 : ठगी करने भाई-बहन बन गए पति-पत्नी

पन्ना के सुनवानी खुर्द निवासी जयप्रकाश भी फर्जी शादी के शिकार बन चुके हैं। 11 जुलाई 2021 को घाट पिपरिया दमोह निवासी रवि दुबे ने शादी कराने के लिए वहीं के दलाल पप्पू ठाकुर के जरिए जबलपुर की रजनी तिवारी का नंबर दिया था। जयप्रकाश ने रजनी से बात की तो उसे तीन युवतियों की फोटो भेजी। उसने अंजलि तिवारी नाम की युवती को पसंद किया।

जबलपुर हाईकोर्ट परिसर में एक वकील ने उनकी नोटरी पर शपथ पत्र लिखाकर शादी करा दी। 18 हजार रुपए वहां खर्च किए। फिर अंजलि के लिए जेवर और कपड़े के नाम पर गिरोह ने जयप्रकाश से एक लाख रुपए लिए और भाग निकले। भागने पर लड़के वालों को संदेह हुआ और बिचौलिया रजनी तिवारी को पकड़ लिया और पुलिस को खबर कर दी।

इसके बाद लार्डगंज पुलिस ने इस गिरोह का खुलासा किया। पूछताछ में पता चला कि रजनी का असली नाम सुमन जैन है। जयप्रकाश से रजनी का भाई बनकर मिलने वाला विकास तिवारी उसका पति भानु जैन है। दोनों फर्जी शादी का जाल बिछाने के लिए अपने रिश्ते बदलते रहते थे।

इस गिरोह ने सागर के गढ़ा कोटा में भी इसी तरह फर्जी शादी कराई थी। यहां तक जयप्रकाश से रजनी तिवारी बनकर बात करने वाली महिला का भी असल नाम ज्योति कुशवाहा है। इस गिरोह की सरगना रेखा सोंधिया है। वह मैरिज ब्यूरो की आड़ में ठगी का नेटवर्क संचालित कर रही थी। इस गिरोह ने कई कुंवारों को इसी तरह ठगा है।

केस 6 : 4 बच्चों की मां ने कर डाली 15 शादियां

कालापीपल (शाजापुर) के कांता प्रसाद नाथ ने मई 2020 में पूजा उर्फ रिया नाम की महिला से शादी की थी। शादी के आठ दिन बाद ही भाभी का ऑपरेशन होने वाला है, यह कहकर वह मायके गई तो फिर नहीं लौटी। इसी बीच कांता प्रसाद नाथ को भोपाल में रहने वाले उसके ही गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि पूजा की किसी और से शादी हो रही है।

दरअसल, कांता प्रसाद नाथ की शादी भोपाल निवासी हिंदू सिंह ने दिनेश पांडेय के रिश्ते की बहन पूजा से कराई थी। शादी के लिए 85 हजार रुपए दिनेश ने लिए थे। सीहोर के मंदिर में उनकी शादी हुई थी। दूसरी शादी की बात सुनकर कांता प्रसाद ने दिनेश से बात की, तो उसने बताया कि उसकी बहन तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती। दिनेश से जेवर-पैसे भी लौटाने से मना कर दिया। इस पर उसने मामले की एफआईआर दर्ज कराई।

इसकी जांच करते हुए भोपाल क्राइम ब्रांच ने चार महीने पहले इस गिरोह का खुलासा किया। पूजा सहित 9 लोगों को दबोचा। पता चला कि पूजा का असल नाम सीमा खान है और वह 4 बच्चों की मां है। कोविड के समय उसने इसी तरह 15 शादियां कर ठगी की है। बकरा मार्केट निवासी पति अल्ताफ भी गिरोह में शामिल था। एक शादी के एवज में उसे 35 हजार रुपए मिलते थे। गिरोह सरगना सीमा सहित सीमा पाटीदार, रीना उर्फ सुल्ताना नाम की महिलाओं को भी इसी तरह अविवाहित बताकर फर्जी शादी कराता है

लेखक: संतोष सिंह

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